कमकाझरी के किसानों को खेतों में आवाजाही के लिए सड़क ही नहीं

Problems are not less - farmers of Kamkajhari do not even have a road for movement in the fields
कमकाझरी के किसानों को खेतों में आवाजाही के लिए सड़क ही नहीं
दिक्कतें कम नहीं कमकाझरी के किसानों को खेतों में आवाजाही के लिए सड़क ही नहीं

डिजिटल डेस्क, भंडारा। अडयाल से केवल सात किलोमीटर की दुरी पर घने जंगल परिसर में 200 की आबादी वाला कलेवाडा ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाला कलेवाडा गाव है। उक्त गाव के किसान गत 15 वर्षो से पगडंडी सड़क की पतिक्षा कर रहे है। गाव में जयपाल ढवले से कैलास मारोडे के खेत तक लगभग एक किलोमीटर की पगडंडी सड़क की हालत खस्ता होकर इस सड़क पर 80 प्रतिशत किसानों की खेती होकर खेतों से कृषि उपज को लाना किसानों के समक्ष यह एक बड़ी समस्या निर्माण हो गई है। सड़क नही होने के कारण किसानों को अपनी कृषि उपज को सीर पर ढोने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नही है। ग्रामवासियों द्वारा अनेक मर्तबा जिला परिषद जिला परिषद सदस्य, ग्राम पंचायत व जनप्रतिनिधियों को उपरोक्त समस्या से अवगत कराया गया, परंतु पगडंडी सड़क निर्माण के लिए किसी भी प्रकार की पहल नही की गई। किसान आज भी पगडंडी सड़क की प्रतिक्षा कर रहे है। शासन द्वारा किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अनेक योजनाए चलाई जा रही है, जिसका लाभ भी किसानों को मिल रहा है। परंतु कमकाझरी गाव के पगडंडी सड़क की समस्या जस की तस बनी हुई है। गाव के ग्रामवासियों ने गत वर्ष बैलगाडी व ट्रैक्टर के जरीए खेतों की धान फसल को घर तक पहुचाने के लिए श्रमदान से पगडंडी सड़क की मरम्मत की थी, इस वर्ष भी किसानों को श्रमदान करने के अतिरिक्त और कोई विकल्प नही है। परिसर के जनप्रतिनिधियों के प्रति किसानों में रोष होकर ग्रामवासी विजय मारोडे, प्रभाकर कुथे, कचरू सेलोकर, मनोज मारोडे, मनोज मोहूर्ले, वसंता मारोडे, यशवंत टेंभुर्णे, मंगेश बोटकुले सहित पुलिस पाटील व ग्रामवासियों द्वरा पगडंडी सड़क की शीघ्र मरम्मत किए जाने की मांग की गई है। 

Created On :   20 Oct 2021 7:30 PM IST

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