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कोरोना संक्रमित सिपाही के सम्पर्क में आने वाले सिपाहियों समेत तीन को किया क्वारेंटाइन
डिजिटल डेस्क जबलपुर । आईजी ऑफिस में सीसीटीएनएस में पदस्थ सिद्धार्थ शंकर पांडे के कोरोना से संक्रमित होने के मामले में उसके साथ रहने वाले लाइन में पदस्थ सिपाही के अलावा ऑफिस में साथ बैठकर काम करने वाले सिपाही और खाना पहुँचाने वाले व्यक्ति यानी तीन लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। लाइन में पदस्थ सिपाही बैकुंठ प्रसाद समेत तीन लोगों को रेलवे हॉस्पिटल में क्वारेंटाइन किया गया है जबकि सिद्धार्थ शंकर पांडे को मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सीएसपी रोहित काशवानी को पत्थरबाज जावेद खान के कारण कोरोना संक्रमण फैलने की बात कही गई। वैसे उनके बारे में यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने सब्जी बाजार में भी काफी ड्यूटी की है लेकिन उनको संक्रमण जावेद से ही आने की बात ज्यादा पुख्ता तौर पर कही जा रही है। वहीं सिद्धार्थ की ट्रैवल हिस्ट्री है और वह 18 मार्च को कानपुर से जबलपुर आया था। क्योंकि उसे आए काफी दिन हो गए थे जिसके कारण अब उसका संबंध साथ में रहने वाले सिद्धार्थ तिवारी की कोरोना जाँच रिपोर्ट पर टिकी हुई है। सिद्धार्थ का भाई भी कोलकाता से आया था उसका भी टेस्ट कराया जा रहा है।
होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा - अभी आईजी ऑफिस के एवं सिद्धार्थ से जुड़े कुल 27 लोगों की जाँच कराई कराई गई है। इनकी रिपोर्ट आने तक सभी को होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया है।
केवल 5 कर्मचारी आएँगे
सीएसपी रोहित काशवानी के बाद सिद्धार्थ ऐसा दूसरा पुलिस कर्मी है, जिसका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव मिला है। इसके कारण आईजी ऑफिस को सुबह से ही सेनिटाइज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। पूरे ऑफिस के साथ बाथरूम्स एवं खिड़कियों-दरवाजों को भी सेनिटाइज किया गया है। इस दौरान ये भी आदेश जारी किए गए हैं कि पाँच से ज्यादा कर्मचारी काम पर नहीं आएँगे। इनमें टेलीफोन, सुरक्षा ड्यूटी करने वालों के अलावा पीए एवं रीडर ही कार्यालय आएँगे।
सब की जाँच कराओ, सबसे आखिरी में मेरी जाँच होगी: आईजी - सिद्धार्थ के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सोमवार को आईजी भगवत सिंह चौहान ने पहले तो अपने स्टाफ का हौसला बढ़ाया और फिर कहा कि सभी कर्मचारियों की कोरोना जाँच कराई जाए। सबकी जाँच होने के बाद ही मैं सबसे आखिरी में अपनी जाँच कराऊँगा। उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। वे खुद कई बार गोलियों के बीच से जिंदा वापस आ गए हैं।
Created On :   28 April 2020 2:20 PM IST