बढ़ रही है बेरोजगारों की कतार, बीते 2 महीनों में मूल्यांकन के लिए नहीं पहुंची टीम

Queue of unemployed is increasing, the team did not reach for evaluation in the last 2 months
बढ़ रही है बेरोजगारों की कतार, बीते 2 महीनों में मूल्यांकन के लिए नहीं पहुंची टीम
रोजगार की बात बढ़ रही है बेरोजगारों की कतार, बीते 2 महीनों में मूल्यांकन के लिए नहीं पहुंची टीम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री महाआरोग्य कौशल विकास योजना अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके बेरोजगारों को राेजगार का इंतजार है, लेकिन उन्हें रोजगार तभी मिलेगा जब मुंबई की टीम उनका गुणवत्ता का मूल्यांकन करेगी। दो महीने से प्रशिक्षणार्थी इस टीम का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इस टीम के आने की कोई सूचना नहीं मिली है। अब बताया जा रहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते टीम नहीं आ पा रही है। जिले में 24 सेंटरों पर 1199 बेरोजगारों को स्वास्थ्य सेवा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा था। इनमें से 550 का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। 649 का प्रशिक्षण जारी है। 

24 केंद्रों पर 1199 को प्रशिक्षण

सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान चरमराई स्वास्थ्य सेवा को मजबूत बनाने राज्य भर में एक योजना लागू की है। संभावित तीसरी लहर आने पर स्वास्थ्य सेवा में कोई कमी न हो, इसलिए मुख्यमंत्री महाआरोग्य कौशल विकास योजना की शुरुआत हुई है। जिले के बेरोजगारों को स्वास्थ्य सेवा से जुड़े विविध विषयों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद रोजगार देने का भी प्रावधान है। जिले के 24 केंद्रों पर 1199 बेरोजगारों में से 550 का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। अब इन्हें रोजगार का इंतजार है।  

यहां अटका है मामला

प्रशिक्षण पूरा कर चुके बेरोजगारों का गुणवत्ता मूल्यांकन किया जानेवाला है। इसके लिए मुंबई से टीम आनेवाली है। पिछले दो महीने से इस टीम का इंतजार किया जा रहा है। पहले यह टीम नवंबर महीने में आनेवाली थी। उस समय प्रशिक्षण पूरा कर चुके बेरोजगारों की संख्या 100 से कम थी। अब यह संख्या 550 हो चुकी है। जब तक यह टीम आकर प्रशिक्षण पूरा करनेवाले का मूल्यांकन नहीं करेगी, तब तक बेरोजगारों को रोजगार नहीं मिल सकेगा। टीम

द्वारा मुल्यांकन 75 फीसदी को मिलेगा रोजगार

टीम द्वारा पास किये गए 75 फीसदी उम्मीदवारों को रोजगार देने की जिम्मेदारी प्रशिक्षण केंद्रों की है। वह चाहे तो अपने अस्पतालों या उनसे संबंधित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में रोजगार उपलब्ध करा सकता है। उम्मीदवारों के आवेदन से लेकर रोजगार देने तक की सारी प्रक्रियाएं पूरी करनेवाले केंद्रों को सरकार की तरफ से निधि दी जाने वाली है। स्थानीय स्तर पर जिला कौशल विकास, रोजगार व उद्योजकता मार्गदर्शन केंद्र द्वारा यह योजना चलाई जा रही है। प्रशिक्षण केंद्रों को ग्रीन चैनल द्वारा व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र के रूप में पंजीयन किया गया है। 8 जुलाई को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इसका शुभारंभ किया था। तब से जिले में बेरोजगारों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बेरोजगारों को स्वास्थ्य व नर्सिंग सेवा से संबंधित 36 प्रकार के कोर्सेस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।के लिए एक परीक्षा ली जाती है। इस परीक्षा में पास होनेवालों को ही रोजगार के लिए पात्र माना जानेवाला है।  

Created On :   12 Dec 2021 2:22 PM IST

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