यूरेशियन ग्रिफिन एवं हिमालयन ग्रिफिन सहित ०६ गिद्धों की रेडियो टैगिंग कार्य सम्पन्न

Radio tagging of 06 vultures including Eurasian Griffin and Himalayan Griffin completed
यूरेशियन ग्रिफिन एवं हिमालयन ग्रिफिन सहित ०६ गिद्धों की रेडियो टैगिंग कार्य सम्पन्न
पन्ना यूरेशियन ग्रिफिन एवं हिमालयन ग्रिफिन सहित ०६ गिद्धों की रेडियो टैगिंग कार्य सम्पन्न

डिजिटल डेस्क, पन्ना।  पन्ना टाईगर रिजर्व न सिर्फ बाघों के लिए ही नहीं बल्कि गिद्धों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहां पर गिद्धों की ०७ प्रजातियां पाई जातीं हैं। जिनमें से ०४ प्रजातियां पन्ना टाईगर रिजर्व की निवासी प्रजातियां हैं एवं शेष ०३ प्रजातियां प्रवासी हैं। गिद्धों के प्रवास मार्ग हमेशा से ही वन्य प्राणी प्रेमियों के लिए कौतूहल का विषय रहे हैं। गिद्ध न केवल एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश बल्कि एं देश से दूसरे देश, मौसम अनुकूलता के हिसाब से प्रवास करते हैं। गिद्धों के रहवास एवं प्रवास के मार्ग के अध्ययन हेतु पन्ना टाईगर रिजर्व द्वारा भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून की मदद से गिद्धों की रेडियो टैगिंग का कार्य प्रारंभ किया गया है7 पन्ना टाईगर रिजर्व में २५ गिद्धों को रेडियो टैगिंग किया जावेगा। रेडियो टैगिंग  कार्य की अनुमति भारत सरकार से प्राप्त हो चुकी है। रेडियो टैगिंग से गिद्धों के रहवास, प्रवास के मार्ग एवं पन्ना लेण्डस्केप में उनकी उपस्थिति आदि की जानकारी ज्ञात हो सकेगी, जिससे भविष्य में इनके प्रबंधन में मदद मिलेगी। पूर्व में पन्ना टाईगर रिजर्व में ०३ गिद्धों (एक रेड हेडेड एवं दो इण्यिन) की रेडियो टैगिंग की गई थी। ये तीनों ही पन्ना टाइगर रिजर्व के रहवासी गिद्ध थे। तत्समय प्रवासी गिद्धों के रेडियो टैगिंग में सफलता नहीं मिल पाई थी। लगभग एक वर्ष के प्रयास के फलस्वरूप दिनांक ०९ फरवरी २०२२ को परिक्षेत्र गहरीघाट के झालर घास मैदान में शाम ०४:४५ बजे यूरेशियन ग्रिफिन गिद्ध की रेडियो टैगिंग करने में सफलता मिली। यह संभवत देश में प्रवासी गिद्धों की पहली रेडियो टैगिंग है। गिद्ध का वजन ७.८२० किग्रा है। गिद्ध पर डाले गए रेडियो टैग का वजन सोलर चार्जर सहित ९० ग्राम है। रेडियो टैगिंग पश्चात गिद्ध को झालर मैदान में ही छोडा गया। तत्पश्चात दिनांक ११ फरवरी २०२२ को झालर घास मैदान में ५ गिद्धों की रेडियो टैगिंग की गई जिसमें से एक हिमालयन ग्रिफिन गिद्ध है, जो प्रवासी गिद्ध है तथा शेष ०४ रेड हेडेड गिद्ध है। प्रवासी गिद्धों की रेडियेा टैगिंग से यह गिद्धों के आने-जाने के स्थान, मार्गों एवं अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकेगी। गिद्ध की रेडियो टैगिंग के समय उत्तम कुमार शर्मा क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के पक्षी विशेषज्ञ एवं पन्ना टाईगर रिजर्व का मैदानी अमला मौजूद रहा। 

Created On :   12 Feb 2022 11:04 AM IST

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