रायपुर : ई-गवर्नमेंट मैग्जीन ने छत्तीसगढ़ की पढ़ई तुंहर दुआर को सराहा
डिजिटल डेस्क, रायपुर। ऑनलाईन पढ़ाई की योजना ने कोविड-19 महामारी में छात्रों के भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ई-गवर्नमेंट मैग्जीन ने कोविड-19 महामारी के दौरान छत्तीसगढ़ में छात्रों के भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पढ़ई तुंहर दुआर की सराहना की है। ई-गवर्नमेंट पोर्टल में भारत में ई-गवर्नेंस में नवाचार से संबंधित शीर्ष विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं और उद्योग जगत के नेताओं के दृष्टिकोण से संबंधित समाचार, लेखों को जारी किया जाता है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा लॉकडाउन के दौरान बच्चों के सुचारू अध्ययन के लिए शुरू की गई ऑनलाईन ई-लर्निंग व्यवस्था ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ छत्तीसगढ़ में लाखों बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस वेबसाईट का निर्माण बिना किसी बाहरी सोर्स और पैसा खर्च किए स्कूल शिक्षा विभाग ने स्वयं किया है। वेबपोर्टल के शुरू होने से अब तक इसमें 21 लाख 26 हजार 791 छात्र-छात्राएं और एक लाख 88 हजार 900 शिक्षक-शिक्षिकाएं पंजीकृत होकर ऑनलाईन अध्ययन-अध्यापन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा कोविड-19 संक्रमण के बचाव के उपायों के तहत स्कूली बच्चों को घर पर ही रहकर पढ़ने के लिए बीते 7 अप्रैल को शुरू किए गए पोर्टल ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ के जरिए लाखों छात्र आज बिना किसी शुल्क के ऑनलाईन पढ़ाई का लाभ उठा रहे है। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिये किए गए लॉकडाउन के कारण स्कूल लंबे समय से बंद हैं। इस कारण यह आवश्यक हो गया था कि घरों में रहकर ही बच्चों को पढ़ने-लिखने और सीखने का अवसर प्रदान किया जाये, इसके तहत छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों के हित में पढ़ई तुंहर दुआर ई-प्लेटफार्म की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे अब छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई ई-प्रक्रिया के तहत आसानी से जारी रख पा रहे है। इस ई-लर्निंग प्लेटफार्म में ऑनलाईन इंटरएक्टिव कक्षाओं के जरिए शिक्षक और बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ रहे है। देश में अपने तरह का यह पहला बड़ा ऑनलाईन एजुकेशन प्लेटफार्म है, जो छत्तीसगढ़ राज्य के छात्रों सहित हिन्दी भाषी राज्यों के छात्रों के लिए भी बहुत ही लाभदायक है। इसमें अब तक 21.26 लाख विद्यार्थी और 1.88 लाख से अधिक शिक्षक पंजीकृत होकर ऑनलाईन अध्ययन और अध्यापन का कार्य कर रहे है। इसमें पीडीएफ फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, ऑडियो तथा वीडियो लेसन आदि उपलब्ध कराए गए है, जिसे छात्र बिना किसी फीस के लाभ उठा रहे है। इस पोर्टल में होमवर्क को ऑनलाईन जांचने की सुविधा भी है। बच्चे अपनी शंकाओं का समाधान भी ऑनलाईन कर पा रहे है। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलों एवं विषय शिक्षकों की कमी वाली शालाओं के लिए भी यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी साबित हो रहा है।
Created On :   22 Dec 2020 2:31 PM IST