रायपुर : श्री भूपेश बघेल शामिल हुए ‘थैंक्यू सीएम‘ कार्यक्रम में
डिजिटल डेस्क, रायपुर। राज्य शासन की योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों से हुए रू-ब-रू योजनाओं के लिए हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को दिया धन्यवाद। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज रायपुर स्थित होटल बेबीलोन कैपिटल में आईबीसी-24 न्यूज चैनल द्वारा आयोजित ‘‘थैंक्यू सीएम‘‘ कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में राज्य शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों ने अपने अनुभव सुनाते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हितग्राही राज्य शासन की योजनाओं से जुड़कर उनका लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इस अवसर पर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया और खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि हमारे पुरखों ने छत्तीसगढ़ को लेकर जो सपना देखा था, उसकी शुरूआत करने में 18 साल लग गए। प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्योहारों तीजा-पोरा, हरेली, मां कर्मा जयंती सहित छठ पूजा और विश्व आदिवासी दिवस की छुट्टियां मिली। अब कार्यक्रमों में ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसे जाते है। कार्यक्रमों में अधिकारी भी छत्तीसगढ़ी भाषा में आभार प्रकट करते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बदलाव के बाद छत्तीसगढ़ के लोगों को अब लगता है कि अब यह हमारा प्रदेश है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में नई सरकार के नेतृत्व में दो वर्षों की विकासयात्रा और राज्य शासन की योजनाओं पर प्रकाश डाला। बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड के ग्राम खरकेना के श्री रतिराम ने बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत उन्हें अब तक तीन किश्तों में 15 हजार 600 रूपए की राशि मिली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस योजना के माध्यम से 2500 रूपए क्विंटल में धान खरीदी का वायदा निभाया। इस योजना में उन्हें जरूरत के समय-समय पर, तीजा-पोरा त्योहार के समय राशि मिली। उन्होंने मुख्यमंत्री को हल का प्रतीक चिन्ह भेंट किया। रायगढ़ जिले के गोधन न्याय योजना के हितग्राही श्री तरूराम यादव ने बताया कि उन्हें गोबर बेचकर 96 हजार रूपए मिले है। उन्होंने यह योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस योजना से उनकी आर्थिक स्थिति सुधरी है। श्री यादव ने गोबर के बने दीये, तुलसी का पौधा, और धान की झालर भेंटकर मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ विकासखंड की ग्राम पंचायत पचेड़ा के श्री गणेशु ने बताया कि उन्हें बिजली बिल हाफ योजना से उन्हें काफी राहत मिली है। आजीविका मिशन से जुड़ी राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव की श्रीमती दुलारी देवांगन ने बताया कि इस योजना में उन्हें ई-रिक्शा प्रदान किया गया है। जिनसे उनके परिवार का भरण-पोषण अच्छे से हो रहा है। उन्हें ई-रिक्शा के लिए एक लाख रूपए का अनुदान भी मिला है। बस्तर के बकावंड के काजू प्रसंस्करण केन्द्र में काम करने वाले मां धारणी करणी स्व-सहायता समूह की महिला ने बताया कि काजू प्रसंस्करण की यूनिट लगने से महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं को अच्छी आय हुई है। मुख्मयंत्री ने इस संबंध में बताया कि बस्तर में काजू पहले 50 रूपए किलो के भाव से बिकता था। प्रसंस्करण के बाद बस्तर का काजू 290 रूपए से 700 रूपए प्रति किलो पर बिक रहा है। कोरिया जिले से आये मनरेगा योजना के हितग्राही श्री दशरथ ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान वे मुम्बई से अपने गांव लौटे थे, उन्हें गांव में मनरेगा योजना में मिले काम से बढ़ा सहारा मिला। कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि श्री दशरथ ने इस योजना में 150 दिन काम किया। वन अधिकार मान्यता पत्र प्राप्त बीजापुर के हितग्राही श्री लच्छन पोयाम ने बताया कि उन्हें पांच एकड़ के जमीन के लिए वन अधिकार मान्यता पत्र मिला है। जिस पर उन्होंने मनरेगा से डबरी बनवायी है। इस डबरी में वे मछलीपालन कर रहे है, साथ ही मिली भूमि पर सब्ज्यिों का उत्पादन कर अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं। सुपोषण अभियान से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती संतोषी देवांगन ने बताया कि इस योजना माध्यम से पूरे प्रदेश में हजारों बच्चे और महिलाएं सुपोषित हुए है। चिटफंड कंपनी की संपत्ति कुर्क कर वापस की गई राशि के राजनांदगांव के हितग्राही श्री रामाधार निर्मलकर ने राशि वापस मिलने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में चिटफंड कंपनी में निवेश करने वाले लोगों को हाल ही में साढ़े सात करोड़ की राशि वापस की गई है।
Created On :   21 Dec 2020 1:34 PM IST