रायपुर : पढ़ई तुंहर दुआर: राज्य स्तरीय वेबीनार में छात्रों ने संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों को समझा
डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के उद्देश्य से चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर अंतर्गत स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए वेबिनार के द्वारा “भारतीय संविधान-मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य” विषय पर प्रदेश स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन रविवार को व्याख्याता श्रीमती पूनम सिंह द्वारा वेबेक्स प्लेटफार्म पर आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता सहायक जिला अभियोजन अधिकारी श्रीमती पूजा अग्रवाल ने नागरिकों के मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य विषय पर भारतीय संविधान में किए गए प्रावधानों के बारे में स्कूली बच्चों को सरल भाषा में विस्तारपूर्वक समझाया। सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी श्रीमती पूजा अग्रवाल द्वारा बच्चों को भारतीय संविधान के गठन, प्रस्तावना उद्देश्य की संक्षिप्त जानकारी दी। तत्पश्चात संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों एवं मौलिक कर्तव्य के प्रावधानों के बारे में सरल भाषा मे विस्तार से जानकारी दी और अंत मे बच्चों के प्रश्नों एवं जिज्ञासाओं का समाधान किया। श्रीमती पूजा अग्रवाल ने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जो विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका संबंधी सम्पूर्ण व्यवस्था का स्रोत है। नागरिकों को संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकारों के विषय में उन्होंने कहा कि हमारे देश मे जो भी योजनाएं बनती है, वह संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकारों के अनुरूप ही बनती है। श्रीमती अग्रवाल ने यह भी बताया कि जिस प्रकार भारत के नागरिकों को संविधान से मौलिक अधिकार प्राप्त है, उसी प्रकार भारतीय संविधान प्रत्येक नागरिक से मौलिक कर्तव्यों के पालन की भी अपेक्षा करता है। वेबिनार में नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताते हुए समझाया गया। व्याख्याता श्रीमती पूनम सिंह ने वेबीनार का संचालन करते हुए कहा कि संविधान से प्राप्त मौलिक अधिकार नागरिकों के लिए अनमोल है लेकिन इसके साथ-साथ संविधान हमसे कुछ मौलिक कर्तव्यों की भी अपेक्षा रखता है और इन कर्तव्यों का पालन करते हुए हम श्रेष्ठ नागरिक बनकर देश को प्रगति की दिशा में और अधिक आगे ले जा सकते हैं। सभी भारतीय नागरिकों को संविधान में वर्णित कर्तव्यों का पालन भी गंभीरता से करना चाहिए। वेबीनार में शामिल स्कूली बच्चों द्वारा प्रश्नोत्तरी कालखंड में संविधान से जुड़े विषयों पर मुख्य वक्ता से सवाल किए गए, जिसमें दोहरी नागरिकता, जम्मू कश्मीर की पूर्व और वर्तमान स्थिति जैसे गम्भीर प्रश्न बच्चों द्वारा पूछे गए, जिसका सरल भाषा मे उत्तर देकर बच्चों की जिज्ञासा का समाधान किया गया। कार्यक्रम में बिलासपुर, मुंगेली, रायपुर, गरियाबंद, राजनांदगांव, अम्बिकापुर, सूरजपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर-चाम्पा, भानुप्रतापपुर, नारायणपुर, बलौदाबाजार, बेमेतरा, जिले सहित छत्तीसगढ़ के अनेकों हिस्सों की शिक्षिकाएं, बच्चे और स्कूली छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
Created On :   19 Jan 2021 1:54 PM IST