रायपुर : हरेली पर एक ही दिन में 2 लाख पौधों का रोपण : राज्य के 1521 गौठानों में रोपित किए गए फलदार तथा लघुवनोपज के पौधे

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रायपुर : हरेली पर एक ही दिन में 2 लाख पौधों का रोपण : राज्य के 1521 गौठानों में रोपित किए गए फलदार तथा लघुवनोपज के पौधे

डिजिटल डेस्क, रायपुर। 21 जुलाई 2020 मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन विभाग द्वारा राज्य के एक हजार 521 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में हरेली पर्व पर एक ही दिन में एक लाख 91 हजार 994 पौधों का रोपण किया गया। पर्यावरण सुधार तथा गौठानों को छायादार बनानेे आदि उद्देश्यों के साथ वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में वन विभाग द्वारा 20 जुलाई को गौठानों में वृक्षारोपण कार्यक्रम का विशेष अभियान चलाया गया। इसके तहत रोपित पौधों में आम, बरगद, पीपल, नीम, इमली, आंवला, हर्रा, बेहड़ा तथा चिरौंजी आदि प्रजाति के फलदार तथा लुघवनोपज के पौधे शामिल हैं। इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि सबसे अधिक सरगुजा वन वृत्त के अंतर्गत 67 हजार 719 पौधों का रोपण 296 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में किया गया है। इनमें वन मंडलवार सरगुजा के 87 गौठानों में 13 हजार 924, सूरजपुर के 29 गौठानों में 7 हजार 915, कोरिया के 38 गौठानों में 14 हजार 755, मनेन्द्रगढ़ के 44 गौठानों में 8 हजार 220, बलरामपुर के 43 गौठानों में 15 हजार 480 तथा जशपुर के 55 गौठानों में 4 हजार 425 पौधों का रोपण किया गया। इसी तरह बिलासपुर वन वृत्त के अंतर्गत 497 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में 56 हजार 355 पौधों का रोपण किया गया है। इनमें वन मंडलवार मरवाही के 44 गौठानों में 8 हजार 800 पौधे, कोरिया के 31 गौठानों में 3 हजार 230 पौधे, कठघोरा के 39 चराई आवर्ती क्षेत्रों में 8 हजार पौधे, बिलासपुर के 29 गौठानों में 615 पौधे, रायगढ़ के 155 गौठानों में 14 हजार 500 पौधे, धरमजयगढ़ के 27 आवर्ती चराई क्षेत्रों में एक हजार 110 पौधे, जांजगीर-चांपा के 162 गौठानों में 12 हजार पौधे तथा मुंगेली के 10 अवर्ती चराई क्षेत्रों में 8 हजार 100 पौधे रोपित किए गए। वन वृत्त बस्तर के अंतर्गत 200 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में 33 हजार 942 पौधों का रोपण किया गया है। इनमें वन मंडलवार बस्तर के 59 गौठानों में 6 हजार 800 पौधे, सुकमा के 53 गौठानों में 20 हजार 800 पौधे, दंतेवाड़ा के 46 गौठानों में 3 हजार 742 पौधे, तथा बीजापुर के 42 गौठानों में 2 हजार 800 पौधे रोपित किए गए। रायपुर वन वृत्त के अंतर्गत 88 गौठानों तथा आवर्ती चराई क्षेत्रों में 12 हजार 783 पौधों का रोपण किया गया है। इनमें वन मंडलवार रायपुर के एक गौठान में 70 पौधे, बलौदाबाजार के 14 गौठानों में एक हजार 190 पौधे, गरियाबंद के 14 गौठानों में 2 हजार 240 पौधे, महासमुंद के 34 गौठानों में 7 हजार 227 पौधे तथा धमतरी के 25 गौठानों में 2 हजार 56 पौधे रोपित किए गए। इसी तरह कांकेर वन वृत्त अंतर्गत 190 गौठानों में 12 हजार 612 पौधों का रोपण किया गया। इनमें वन मंडलवार कांकेर के 94 गौठानों में 4 हजार 655 पौधे, पूर्व भानुप्रतापुर के 25 गौठानों में 2 हजार 585 पौधे, पश्चिम भानुप्रतापपुर के 8 गौठानों में 436 पौधे, केशकाल के 10 गौठानों में 381 पौधे, दक्षिण कोण्डागांव के 20 गौठानों में 2 हजार 255 पौधे, नारायणपुर के 33 गौठानों में 2 हजार 300 पौधों का रोपण किया गया। दुर्ग वन वृत्त के अंतर्गत 250 गौठानों में 11 हजार 583 पौधों का रोपण किया गया। इनमें वन मंडलवार राजनांदगांव के 100 गौठानों में 4 हजार 145 पौधे, खैरागढ़ के 47 गौठानों में एक हजार 497 पौधे, कवर्धा के 52 गौठानों में 5 हजार 348 पौधे तथा बालोद के 51 गौठानों में 593 पौधे रोपित किए गए।

Created On :   22 July 2020 8:43 AM GMT

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