रायपुर : पढ़ई तुंहर दुआर योजना के सबसे लोकप्रिय कॉलम हमारे नायक की लोकप्रियता के बढ़ते चरण में नये वर्ष की शुरुआत संस्कृत भाषा के ब्लॉग से

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
रायपुर : पढ़ई तुंहर दुआर योजना के सबसे लोकप्रिय कॉलम हमारे नायक की लोकप्रियता के बढ़ते चरण में नये वर्ष की शुरुआत संस्कृत भाषा के ब्लॉग से

डिजिटल डेस्क, रायपुर। पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम अपने शुरुआती चरण से ही शिक्षकों के अथक् प्रयासों के परिणामस्वरूप बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने में खरी सिद्ध होती रही है। छत्तीसगढ़ के शिक्षकों द्वारा किए जा रहे प्रयासों को देश के प्रधानमंत्री एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के द्वारा समय-समय पर सराहना मिलती रही हैं। कोरोना संकट में लॉकडाउन के दौरान विगत आठ महीनों से शिक्षकों और बच्चों का ऑनलाइन और ऑफलाइन अध्ययन में योगदान सभी के समक्ष प्रस्तुत होता रहा है । उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में पढ़ई तुंहर दुआर योजना के अंतर्गत अच्छा कार्य कर रहे शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ.आलोक शुक्ला के मार्गदर्शन पर सीजीस्कूल की वेबसाइट के मुखपृष्ठ पर हमारे नायक कॉलम में प्रतिदिन एक शिक्षक और एक विद्यार्थी की कहानी का प्रकाशन किया जाता है। हमारे नायक कॉलम पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम का सबसे सफल चरण के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त कर चुका है, जिसके अंतर्गत राज्य भर के उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों और विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट शैक्षिक योगदान के लिए हमारे नायक में चयन होने का अवसर प्राप्त होता है। हमारे नायकों के उत्कृष्ट कार्य को लिखित रूप में प्रदर्शित करने हेतु हिंदी एवं अंग्रेजी के ब्लॉग लेखक कार्य कर रहे हैं। हमारे नायक के आठवे चरण से अब ब्लॉग लेखन का कार्य हिन्दी और अंग्रेजी के साथ संस्कृत भाषा में भी नये वर्ष के पहले दिन से प्रारंभ किया जा रहा है। इसके साथ ही बहुत जल्द छत्तीसगढ़ के अलग- अलग क्षेत्रीय बोलियों में भी ब्लॉग पढ़ने को मिलेगा । हमारे नायक के ब्लॉग लेखक की टीम अपनी सफलता की चरम सीमा पर कार्य करते हुए आज इस नव वर्ष 2021 के प्रथम दिवस को हमारे नायक में संस्कृत भाषा में ब्लॉक लेखन का कार्य प्रारंभ हो गया है । इसके अंतर्गत पढ़ई तुंहर दुआर की वेबसाइट हमारे नायक कॉलम में 1 जनवरी 2021 को संस्कृत भाषा का प्रथम ब्लॉग शिक्षक संवर्ग का बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले के सक्रिय शिक्षक वेदव्यास गंगराले और विद्यार्थी संवर्ग में प्रथम ब्लॉग सरगुजा संभाग के सरगुजा जिले के विशेष आवश्यकता वाले प्रतिभाशाली छात्र महेश सिंह का हिन्दी अनुवाद के साथ उपलब्ध रहेगा। शिक्षक का ब्लॉग, ब्लॉग लेखक श्रीमती डॉ.तरूणा सिंह जबकि विद्यार्थी का ब्लॉग श्रीमती दीपलता देशमुख के द्वारा लिखा गया है। विदित हो कि हमारे नायक हेतु ऐसे शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का चयन किया जाता है, जिनके कार्य जिले में सबसे बेहतर और उत्कृष्ट होते हैं। अभी तक विभिन्न चरणों से गुजरते हुए हमारे नायक अपने आठवें चरण में सफलतापूर्वक पहुंच चुका है। हर बार अलग-अलग चुनौतीपूर्ण थीम के साथ कार्य करते हुए प्रदेश के शिक्षकों ने अपनी काबिलियत का समय-समय पर लोहा मनवाया है। प्रत्येक माह हमारे नायकों का चयन दिए गए थीम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के आधार पर ही किया जा रहा है। इसके लिए समय-समय पर एक लिंक विभिन्न व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुपों के माध्यम से राज्य भर में साझा किया जाता है,जिसमें शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के कार्यों की विस्तृत जानकारी उन्हीं के द्वारा पूर्ण कर भेजा जाता है। एक साथ पूरे राज्य भर के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की जानकारियों की समीक्षा कर जिलेवार सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले एक शिक्षक और एक विद्यार्थी को हमारे नायक के रूप में स्थान प्रदान किया जाता है । हाल ही में आयोजित राज्य स्तरीय वेबीनार ’चलो पढ़ते हैं, पढ़ाते हैं एक सफर शिक्षा का अधिकार’ के अंतर्गत राज्य भर के कुछ चुनिंदा शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने अपना अनुभव साझा किया। इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य यही था कि हम अपने आस-पास के उत्कृष्ट कार्य करने वाले साथियों से प्रेरित होकर और बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए कार्य कर करें। हमारे नायक के आगामी चरणों में और भी अलग-अलग थीम पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षक और विद्यार्थियों का नायक के रूप में चयन करने की योजना है, जैसे- पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम की विभिन्न योजनाओं के संचालन तथा मॉनिटरिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारी संवर्ग ,स्वयं से कुछ अलग नवाचार करने वाले शिक्षक, बेहतर कार्य संचालन करने वाले पीएलसी की टीम लीडर्स, वे बच्चे जो अपने गांव का इतिहास लिख रहे हो, वे बच्चे जो विज्ञान के प्रयोग को बहुत अच्छे से समझाने लगे हो इत्यादि। हमारे राज्य भर के शिक्षकों के द्वारा किए जा रहे कार्य देशभर में छत्तीसगढ़ की शिक्षा प्रणाली की लोकप्रियता को बढ़ाते जा रहे हैं।

Created On :   2 Jan 2021 2:09 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story