रायपुर : आसान हुआ बीमारी का उपचार, डॉक्टर आने लगे घर के द्वार
डिजिटल डेस्क, रायपुर। 1470 कैंप में 75 हजार से अधिक मरीजों ने कराया इलाज मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना का लोग उठा रहे हैं लाभ रायपुर लाखे नगर क्षेत्र की श्रीमती जाहिदा बेगम को पिछले कुछ दिनों से कमजोरी महसूस हो रही थी। श्रीमती रिजवाना मेमन को पैर में दर्द था। पापड़ पैकिंग का काम करने वाली श्रीमती रामकोर को भी दर्द महसूस हो रहा था। ये सभी महिलाएं अपने उपचार के लिए अस्पताल तो जाना चाहती थी, लेकिन कार्य की व्यस्तता की वजह से नहीं जा पा रही थी। इनके घर के पास जब मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंची तो इन सभी की बीमारी मानों दूर ही हो गई। मोबाइल मेडिकल यूनिट में मौजूद चिकित्सक और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने श्रीमती जाहिदा, रिजवाना सहित आसपास की महिलाओं का स्वास्थ्य जांच कर उन्हें दवाइयां दी तो सभी को बीमारी से राहत मिली। पहले छोटी-छोटी बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल न जा पाने वाली इन महिलाओं ने कई बार निजी अस्पताल का चक्कर भी काटा और अपने पैसे भी खर्च किए। अब जबकि इन्हें घर के पास ही मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम से इलाज मिल गया है और ठीक भी हो गए हैं तो वे सरकार का आभार जताना नहीं भूलती। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और नगरीय प्रशासन तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया की पहल से शहरी क्षेत्र के स्लम इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों के निःशुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से मोबाइल मेडिकल यूनिट प्रदेश के 14 नगर निगम क्षेत्र के अलग-अलग वार्डों में पहुंच कर लोगों का इलाज कर रही है। इस योजना के तहत स्लम क्षेत्र के निवासियों के स्वास्थ्य की जांच, उपचार, दवा वितरण एवं स्वास्थ्य परामर्श सुविधा निःशुल्क दिया जा रहा है। यूनिट में ओपीडी, प्रयोगशाला जांच के साथ दवा वितरण और लैब में 41 प्रकार के स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध है। दाई-दीदी क्लीनिक के माध्यम से भी मोबाइल मेडिकल टीम रायपुर, बिलासपुर और भिलाई नगर निगम क्षेत्र में पहुचकर लोगों का निःशुल्क उपचार कर रही है। दाई-दीदी क्लीनिक में महिलाओं के प्राथमिक उपचार के साथ-साथ महिला चिकित्सक द्वारा स्तन कैंसर की जांच, हितग्राहियों को स्व स्तन जांच का प्रशिक्षण, गर्भवती महिलाओं की नियमित एवं विशेष जांच आदि की अतिरिक्त सुविधा प्रदान की गई है। प्रदेश के 14 नगर निगमों में अभी तक 1470 स्थानों पर मोबाइल मेडिकल यूनिट ने कैंप लगाई है। इन कैंपों के माध्यम से 75 हजार 227 मरीजों का स्वास्थ्य जांच, 18082 मरीजों का लैब टेस्ट, 65 हजार मरीजों को दवा का वितरण, किया गया है। सबसे अधिक कैंप रायपुर नगर निगम में 474, बिलासपुर में 136, राजनांदगांव में 135 और दुर्ग में 127 कैंप लगाया गया है। सबसे अधिक बिलासपुर के लोगों ने उठाए लाभ मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू )द्वारा अभी तक लगाए गए 1470 कैंप में सबसे अधिक कैंप रायपुर नगर निगम में लगाया गया है। यहां 22965 मरीज लाभान्वित हुए हैं। यदि औसत देखा जाए तो एक एमएमयू में सर्वाधिक बिलासपुर में 70 मरीजों को लाभ मिला है। बिलासपुर में 136 कैंप में 9497 मरीज लाभान्वित हुए हैं। दुर्ग में 6738, कोरबा में 5832, राजनांदगांव में 5756 मरीज और भिलाई में 4853, रायगढ़ में 4576 मरीज लाभान्वित हुए हैं। दाई-दीदी क्लीनिक में 3305 महिलाएं हुई लाभान्वित नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा 19 नवंबर को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं विभागीय मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने प्रदेश के तीन नगर निगम रायपुर, बिलासपुर और भिलाई नगर निगम के लिए दाई-दीदी क्लीनिक का शुभारंभ करते हुए स्पेशल मोबाइल मेडिकल यूनिट का शुभारंभ किया था। दाई-दीदी क्लीनिक का तीनों नगर निगम में अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। विगत 25 दिनों में 59 कैंपों में 3306 महिलाएं इससे लााभन्वित हुई है। लगभग 1061 मरीजों का लैब टेस्ट, 3044 मरीजों को दवा वितरित किया गया है। इस योजना का सबसे अधिक लाभ बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र की 1360 महिलाओं ने उठाया है।
Created On :   15 Dec 2020 1:33 PM IST