राज ठाकरे ने कहा - सत्ता के लिए मतों का अपमान कर रहे हैँ राजनीतिक दल

Raj Thackeray said - political parties are insulting votes for power
राज ठाकरे ने कहा - सत्ता के लिए मतों का अपमान कर रहे हैँ राजनीतिक दल
विदर्भ पर हो जनमत राज ठाकरे ने कहा - सत्ता के लिए मतों का अपमान कर रहे हैँ राजनीतिक दल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा है कि सत्ता के लिए राजनीतिक दल मतों का अपमान करने लगे हैं। शिवसेना व भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा-महाराष्ट्र की राजनीति में अब जो सत्ता की राजनीति हो रही है वह पहले नहीं देखी गई। चुनाव के पहले अलग दावे और चुनाव के बाद अलग गठबंधन होने लगे हैं। मतदाताओं को केवल राजनीतिक खेल देखने को विवश किया जा रहा है। विदर्भ राज्य निर्माण की मांग को लेकर जनमत कराने का आवाहन दोहराते हुए उन्होंने कहा-चुनाव के माध्यम से जनमत एकत्र किया जाना चाहिए। सोमवार को रविभवन में पत्रकार वार्ता में राज ठाकरे बोल रहे थे। वे 5 दिन के विदर्भ दौरे पर हैं। राज ने कहा-शिवसेना व भाजपा का जब पहला गठबंधन हुआ था तब तय किया गया था कि जिसके विधायक अधिक होंगे, मुख्यमंत्री उसका होगा। 1995 में शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनी तो भाजपा ने मुख्यमंत्री पद पर दावा नहीं किया। लेकिन 2019 में शिवसेना भाजपा से यह कहकर अलग हो गई कि उसके साथ ढाई साल के मुख्यमंत्री का वादा नहीं निभाया जा रहा है। शिवसेना से ऐसा कोई वादा किया गया था तो उसे चुनाव के समय ही सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया। उधर राकांपा कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ी और सत्ता में शामिल होने के लिए भाजपा के  साथ चले गई। सुबह के समय राकांपा के नेता ने मंत्रिपद की शपथ ली थी। इस तरह की राजनीति केवल मतदान का अपमान है।

नीति का विरोध,व्यक्ति का नहीं

भाजपा या किसी नेता का नाम लिए बिना राज ठाकरे ने कहा-मैंने किसी का व्यक्तिगत विरोध नहीं किया है। वीडियो के माध्यम से विरोध के मामले का जिक्र करते हुए कहा-गठबंधनों में भी दलों में विवाद रहता है। मैंने केवल नीतिगत विरोध किया।

उद्योग बाहर जाने की हो जांच

वेदांता मामले को लेकर राज ने कहा-महाराष्ट्र के बजाय अन्य राज्यों में उद्योग जाने के मामले की जांच होना चाहिए। यहां आनेवाले उद्योगों से रुपए मांगेगे तो यहां कौन और क्यों आएगा। बीएमडब्ल्यू कंपनी के मामले का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया किया कि राज्य में उद्योग नहीं लगने देने के लिए भी लेन देन होता है।

Created On :   19 Sept 2022 3:34 PM IST

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