जाल में फंसने से बचने के लिए अयोध्या दौरा टाला, उत्तर भारतीयों से मारपीट के लिए नहीं मांगी माफी

Raj Thackerays disclosure - Ayodhya tour postponed to avoid falling in trap
जाल में फंसने से बचने के लिए अयोध्या दौरा टाला, उत्तर भारतीयों से मारपीट के लिए नहीं मांगी माफी
राज ठाकरे का खुलासा जाल में फंसने से बचने के लिए अयोध्या दौरा टाला, उत्तर भारतीयों से मारपीट के लिए नहीं मांगी माफी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने दावा किया है कि उनके 5 जून के प्रस्तावित अयोध्या दौरे का विरोध एक ट्रैप (जाल) में फंसाने की साजिश थी। उन्होंने कहा कि यदि मैं जिद करके अयोध्या जाता तो मनसे के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करके उन्हें कानूनी पचड़े में फंसा दिया जाता। इससे बचने के लिए मैंने अयोध्या दौरे को फिलहाल टाल दिया है। रविवार को राज ने पुणे में मनसे की ओर से आयोजित सभा को संबोधित किया। राज ने कहा कि मेरे अयोध्या दौरे के विरोध के बारे में मुझे मुंबई, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से जानकारी मिल रही थी। एक समय ऐसा आया कि मुझे पूरी तरह से लगने लगा कि यह ट्रैप है। हमें इस ट्रैप में नहीं फंसाना है। राज ने कहा कि मेरे अयोध्या दौरे के विरोध के लिए रसद की आपूर्ति महाराष्ट्र से हुई है। मुंबई और महाराष्ट्र में रहने वाले उत्तर भारतीयों से हुई मारपीट के मुद्दे को उठाने के लिए कहा गया। यदि मैं जिद करके अयोध्या में जाता और वहां पर कुछ अनुचित घटना होती तो मनसे के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उसका विरोध करते। जिसके बाद मनसे के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया होता और जेल में सड़ा दिया जाता। महाराष्ट्र के आगामी स्थानीय निकाय के चुनावों के ऐन मौके पर मनसे के लोगों पर उत्तर प्रदेश में अदालत में मुकदमा चलाया जाता। जिसमें मनसे के पदाधिकारी और नेता फंस कर रह जाते। राज ने कहा कि मैं अयोध्या दौरे टालने को लेकर आलोचना सहने को तैयार हूं। लेकिन मैं पार्टी के कार्यकर्ताओं को कानून पचड़े में नहीं फंसने देता चाहता। राज ने कहा कि मैं अयोध्या में प्रभु राम का दर्शन करने वाला था। इसके अलावा जिस स्थल पर कारसेवकों को मारा गया था। वहां पर भी जाने वाला था। राज ने अयोध्या न जाने के पीछे तबीयत ठीक न होने का कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि मेरे पैर में दर्द व कमर में तकलीफ है। इसके चलते मैं एक जून को सर्जरी कराऊंगा। 

एक सांसद मुख्यमंत्री को चुनौती दे सकते हैं क्या?

राज ने उनके अयोध्या दौरे का विरोध करने और उनसे माफी मांगने की मांग करने वाले उत्तर प्रदेश के कैसरगंज सीट से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए। राज ने कहा कि मेरे अयोध्या दौरे का विरोध करने वाले लोग अभी तक कहां पर थे? राज ने भाजपा सांसद सिंह का नाम लिए बिना कहा कि कोई एक सांसद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनौती देते हैं। यह संभव हो सकता है क्या? राज ने कहा कि मुझसे 12 से 14 साल बाद उत्तर भारतीयों से मारपीट के लिए माफी मांगने की मांग की जा रही है लेकिन गुजरात में अल्पेश ठाकुर द्वारा साल 2017 में उत्तर भारतीयों के साथ की गई मारपीट की घटना के लिए किससे माफी मांगने को कहा जाएगा? सभा में राज ने उत्तर भारतीयों से मारपीट के लिए माफी नहीं मांगी। उसके उलट उन्होंने मनसे के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा उत्तर भारतीयों से की गई मारपीट का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन किया। राज ने कहा कि लगभग 14 साल पहले रेलवे भर्ती के परीक्षा देने के लिए आने वाले उत्तर भारत एक विद्यार्थी ने मनसे के पदाधिकारियों को गाली दी थी। जिसके बाद से मारपीट की घटना शुरू हो गई। राज ने कहा कि मनसे के आंदोलन के बाद तत्कालीन रेलवे मंत्री ममता बनर्जी ने भर्ती परीक्षा स्थानीय भाषा में लेने का फैसला किया था। जिसके बाद हजारों मराठी भाषी अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी मिल सकी। 

मुख्यमंत्री वाशिंग पाउडर बेच रहे हैं क्या

राज ने हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना को सच्चा हिंदुत्ववादी  और भाजपा को झूठा हिंदुत्ववादी बता रहे हैं। मुख्यमंत्री वाशिंग पाउडर बेच रहे हैं क्या। ऐसा लग है कि मुख्यमंत्री कह रहे हो तुम्हारी कमीज से हमारी कमीज सफेद कैसी? राज ने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि हिंदुत्व और मराठी के मुद्दे पर आंदोलन के लिए उनके खिलाफ एक भी कोई मामला दर्ज है क्या? वे किसी मुद्दे पर कोई भूमिका नहीं लेते हैं। 

औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर करें प्रधानमंत्री 

राज ने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग है कि वे जल्द से जल्द औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर करने के बारे में फैसला लें। इसके अलावा प्रधानमंत्री देश में समान नागरिक संहिता कानून  लागू करें और जनसंख्यक नियंत्रण के लिए नया कानून बनाए। राज ने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि औरंगाबाद का नाम बदले या न बदले। लेकिन हम जिले को संभाजीनगर कहते ही हैं। लेकिन मेरा सवाल उनसे है कि तुम हो कौन? तुम महात्मा गांधी हो या फिर सरदार वल्लभभाई पटेल हो। राज ने कहा कि शिवसेना केवल औरंगाबाद का नाम बदलने के मुद्दे के रूप में लटकाए रखना चाहती है। राज ने कहा कि औरंगाबाद और जालना जैसे शहर में 10-10 दिनों तक पानी नहीं आता है। जिस पर शिवसेना चुप रहती है। 

पवार को औरंगजेब सुफी संत लगता है 

राज ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि एमआईएम के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी औरंगाबाद में आकर औरंगजेब के मकबरे में जाते हैं और हमें शर्म नहीं आती? मुझे लगा था कि राज्य के लोग खौल उठेंगे? लेकिन यहां पर सभी लोग शांत है। राज ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को औरंगजेब सुफी संत लग रहा होगा तो इसके आगे क्या कहा जाए? राज ने कहा कि शिवसेना ने हिंदू और मुस्लिम के वोटों के धुव्रीकरण के लिए एमआईएम को बड़ा करने की कोशिश की है। अब देखते ही देखते औरंगाबाद में एमआईएम का सांसद बन गया है। 

बालासाहब की विश्वसनीयता खत्म कर रहे पवार

राज ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे की विश्वसनीयता खत्म कर रहे हैं। वे कहते हैं कि हम लोग बालासाहब के साथ दिन में झगड़ा करते थे और रात को एक साथ भोजन करते थे। मगर शिवसेना को इतनी समझ नहीं है कि वह किसके साथ गठबंधन करके सत्ता में बैठी है। राज ने प्रदेश के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे पर कटाक्ष किया। राज ने कहा कि शिवसेना के एक मंत्री कहते हैं कि महाविकास आघाड़ी सरकार को देखने के लिए शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे को जीवित होना चाहिए था। 

मातोश्री की मस्जिद है क्या 

राज ने कहा कि मैंने मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर हटाने के लिए आंदोलन शुरू किया था। इसी बीच अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा एक दिन अचानक मुख्यमंत्री के निजी आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा कर दी। मेरा उनसे सवाल है कि मातोश्री मस्जिद है क्या? राज ने कहा कि हनुमान चालीसा विवाद में शिवसेना और राणा दंपति के खिलाफ जमकर संघर्ष हुआ था। इसके बावजूद शिवसेना सांसद संजय राऊत राणा दंपति के साथ में लद्दाख में एक साथ भोजन कर रहे थे। राऊत केवल केवल ढोंग करते हैं। 

लाउडस्पीकर हटाने के लिए आंदोलन जारी रहेगा

राज ने कहा कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर को हटाने की मांग कायम है। लाउडस्पीकर को हटाने के लिए आंदोलन जारी रहेगा। राज ने कहा कि अगले कुछ दिनों में मनसे के कार्यकर्ताओं को एक पत्र दूंगा जिसको राज्य के सभी हिंदुओं के घर-घर में पहुंचाना होगा। 
 

Created On :   22 May 2022 6:29 PM IST

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