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चार नामांकनों में कांग्रेस उम्मीदवार पाटील और भाजपा के उपाध्याय ने भरा पर्चा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस के सांसद रहे राजीव सातव के निधन से रिक्त हुई राज्यसभा एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार रजनी पाटील और भाजपा उम्मीदवार संजय उपाध्याय ने नामांकन दाखिल किया है। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नागपुर के नथ्थू लोखंडे ने पर्चा दाखिल किया है। एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार प्रभाकर जानवेकर ने नामांकन पत्र भी नामांकन किया पर उन्होंने शपथ पत्र जमा नहीं किया है। फिलहाल उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार रजनी पाटील और भाजपा प्रत्याशी उपाध्याय के बीच सीधी टक्कर है। हालांकि महा विकास आघाडी नेताओं को उम्मीद है कि भाजपा नामांकन वापस ले लेगी और यह चुनाव निर्विरोध हो जाएगा। बुधवार को नामांकन के अंतिम दिन कुल चार उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है। राज्यसभा की इस सीट के उपचुनाव के लिए महाराष्ट्र विधानसभा के 287 सदस्यों को मतदान का अधिकार है। उपचुनाव के लिए महाविकास आघाड़ी की ओर से 179 विधायकों के समर्थन से स्पष्ट बहुमत होने का दावा किया गया है। जबकि भाजपा ने भी निर्दलियों को मिलाकर 119 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
हालांकि उपचुनाव निर्विरोध होने की प्रबल संभावना है। कांग्रेस की ओर से निर्विरोध चुनाव के लिए संकेत दिए गए हैं। गुरुवार को उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की छानबीन होगी। 27 सितंबर को उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है। यदि उपचुनाव के लिए मतदान की नौबत आई तो 4 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। सूत्रों के अनुसार लोखंडे ने नामांकन दाखिल करते समय नियमों के अनुसार 10 विधायकों का समर्थन पत्र नहीं दिया है। जबकि दूसरे निर्दलीय प्रत्याशी जानवेकर ने शपथ पत्र जमा नहीं किया है। इस कारण दोनों निर्दलीय उम्मीदवारी का पर्चा रद्द होने की संभावना है।
निर्विरोध चुनाव के लिए भाजपा से करेंगे आग्रहः थोरात
प्रदेश के राजस्व मंत्री तथा कांग्रेस के विधानमंडल दल नेता बालासाहब थोरात ने कहा कि रजनी ने महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों की ओर से नामांकन दाखिल की है। महाविकास आघाड़ी के साथ छोटे सहयोगी दल और निर्दलीय विधायक भी साथ में हैं। थोरात ने कहा कि सदन के किसी सदस्य के निधन के बाद होने वाला उपचुनाव निर्विरोध कराने की महाराष्ट्र की परंपरा रही है। इसलिए महविकास आघाड़ी की तरफ से उपचुनाव निर्विरोध कराने के लिए भाजपा से आग्रह करेगी। मुझे विश्वास है कि भाजपा हमारे आग्रह को स्वीकार करेगी। कांग्रेस ने रजनी का नाम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेजे गए विधान परिषद की राज्यपाल कोटे की 12 विधायकों की सूची में भी दिया है। रजनी को राज्यसभा की उम्मीदवारी के बाद कांग्रेस को अब राज्यपाल कोटे की सूची से रजनी का नाम वापस लेना पड़ेगा। इस सवाल पर थोरात ने कहा कि हम प्रक्रिया का पालन करेंगे। राजीव सातव की पत्नी तथा प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रज्ञा सातव को उम्मीदवारी न देने के सवाल पर थोरात ने कहा कि राज्यसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारी का फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का है। जबकि प्रदेश के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि महाविकास आघाड़ी के पास 169 विधायकों का स्पष्ट बहुमत है। इसलिए कांग्रेस उम्मीदवार भारी मतों से उपचुनाव में जीत हासिल करेंगी। लेकिन महाविकास आघाड़ी उपचुनाव निर्विरोध कराने के लिए भाजपा से आग्रह करेगी।
जीत के लिए हमें 20 विधायकों की जरुरतः पाटील
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने अपने पार्टी के उम्मीदवार उपाध्याय के जीतने का दावा किया। उन्होंने कहा कि उपाध्याय राज्यसभा में जाएंगे। पाटील भाजपा के पास विधायकों का संख्याबल न होने के बावजूद आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए। पाटील ने अपने मुंह से अपनी ही जमकर तारीफ की। पाटील ने कहा कि मैं मूर्ख नेता नहीं हूं। मैं बहुत पहुंचा हुआ राजनेता हूं। राज्यसभा उपचुनाव के लिए विधायकों को अपने दल के सचेतक को वोट का पर्चा दिखाकर डालना पड़ता है। पाटील ने कहा कि भाजपा के पास 106 और 13 निर्दलियों को मिलाकर 119 विधायकों का समर्थन है। भाजपा को केवल 20 विधायकों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। हमें कुछ और निर्दलियों का समर्थन मिल सकता है। पाटील ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के तीन दलों के अलग-अलग विधायक भाजपा उम्मीदवार को वोट डालने का साहस नहीं कर पाएंगे लेकिन मुझे उम्मीद है कि महाविकास आघाड़ी के किसी एक घटक दल का पूरा वोट भाजपा के उम्मीदवार को मिल जाएगा। पाटील ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिए सचेतक को वोट का पर्चा दिखाने के बावजूद यदि किसी विधायक ने क्रॉस वोटिंग किया तो भी वह पार्टी के व्हिप का उल्लंघन नहीं होगा। संबंधित विधायक अपात्र घोषित नहीं होंगे। पाटील ने दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार रजनी पाटील को लेकर कुछ आपत्तियां हैं। नामांकन पत्र की छानबीन के बाद यह सामने आ आएगा। मैं इसके बारे में अभी कुछ खुलासा नहीं करेगी। पाटील ने कहा कि अगर कांग्रेस को उपचुनाव निर्विरोध कराना था तो राजीव की पत्नी प्रज्ञा सातव को उम्मीदवारी देनी थी लेकिन कांग्रेस ने रजनी पाटील को उम्मीदवारी दी है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी ने विचार पूर्वक उपचुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसलिए भाजपा के उम्मीदवार ने पर्चा भरा है। यदि महाविकास आघाड़ी के शीर्ष नेताओं ने मुझ से निर्विरोध चुनाव के लिए आग्रह किया तो मैं कोर कमेटी के सामने उनकी मांग को रखूंगा। यदि कोर कमेटी ने तय किया कि उपचुनाव नहीं लड़ना है तो भाजपा उम्मीदवारी वापस ले लेगी।
विधानसभा में दलवार सदस्यों का संख्याबल
शिवसेना - 56
राकांपा - 53
कांग्रेस - 43
भाजपा- 106
बहुजन विकास आघाड़ी - 3
समाजवादी पार्टी -2
एमआईएम - 2
प्रहार शक्ति पक्ष- 2
मनसे - 1
कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया(मार्क्सवादी) - 1
शेकाप -1
स्वाभिमानी पक्ष - 1
राष्ट्रीय समाज पक्ष -1
जनसुराज्य शक्ति पक्ष -1
क्रांतिकारी शेतकरी पक्ष-1
निर्दलीय- 13
रिक्त 1
कुल- 288
Created On :   22 Sept 2021 9:06 PM IST