युवा आंदोलनकारियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर! राऊत ने पूछा - अपने हक की लड़ाई लड़ने वाला खालिस्तानी कैसे हो गया

Raut asked - How did become a Khalistani who fighting for his rights
युवा आंदोलनकारियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर! राऊत ने पूछा - अपने हक की लड़ाई लड़ने वाला खालिस्तानी कैसे हो गया
युवा आंदोलनकारियों का पुलिस ने किया एनकाउंटर! राऊत ने पूछा - अपने हक की लड़ाई लड़ने वाला खालिस्तानी कैसे हो गया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिवसेना सांसद संजय राऊत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि बहुमत अहंकार से नहीं चलाया जाता। शुक्रवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा में हिस्सा लेते हुए उन्होने सरकार से पूछा कि क्या 26 जनवरी की घटना के बाद लापता 100 से ज्यादा युवाओं का एनकाउंटर कर दिया गया है? संजय राऊत ने कहा कि जिस तरह किसान आंदोलन का बदनाम करने की कोशिश हो रही है, वह देश की प्रतिष्ठा के लिए ठीक नहीं है। लाल किले पर तिरंगे का अपमान करने वाला दीप सिद्धू तो लापता है, लेकिन 200 से ज्यादा किसानों को देशद्रोह के आरोप में तिहाड़ जेल में डाल दिया गया है। सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होने कहा कि 26 जनवरी की घटना के बाद 100 से ज्यादा युवा आंदोलक लापता हैं। क्या पुलिस ने उनका एनकाउंटर कर दिया है? उन्होंने तल्ख लहजे में पूछा कि अपने हक के लिए आंदोलन करने वाला देशद्रोही कैसे हो गया? शायद सरकार की नजर में अर्णब गोस्वामी देशप्रेमी है, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा को धता बताते हुए पूरा ऑफिशियल सीक्रेट को बाहर ला दिया और जिसके चलते महाराष्ट्र के एक निरपराध व्यक्ति को आत्महत्या करनी पड़ी। शिवसेना सांसद ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर लगी बैरिकेडिंग और कीलों का जाल यदि लद्दाख बॉर्डर पर बिछाया होता, तो चीन की फौज 30 किलोमीटर अंदर नहीं आती। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि वे सीधे किसानों से बात करें, ताकि गतिरोध दूर हो सके।

दिल्ली-एनसीआर को छोड़ पूरे देश में शनिवार को किसानों का चक्का जाम

केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ 2 महीने से भी अधिक समय से दिल्ली की सीमा पर आंदोलनरत किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वे शनिवार को दिल्ली-एनसीआर को छोड पूरे देश में चक्का जाम करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर के किसानों से आह्वान किया है कि वो अपने-अपने राज्यों में शांतिपूर्ण और अंहिसक तरीके से चक्का जाम करें। संयुक्त मोर्चा ने अपने इस कार्यक्रम की तैयारियों के बारे में जारी बयान में किसानों को कुछ महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए है। संगठनों ने जनता से सहयोग की अपील करते हुए जानकारी दी है कि 6 फरवरी को दोपहर 12 से 3 बजे तक देशभर के राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर जाम किया जाएगा। इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा। प्रदर्शनकारी किसी भी तरह से पुलिस या प्रशासन से ना उलझें। चक्का जाम का कार्यक्रम 3 बजे खत्म होगा। किसानों के सम्मान में गाडियों के हॉर्न लगातार 1 मिनट तक बजाए जायेंगे। संगठनों ने जनता से अपील करते हुए कहा कि वे अन्नदाता के साथ अपना सम र्थन और एकजुटता व्यक्त करने के लिए किसानों के प्रदर्शन में शामिल हों।

 

Created On :   5 Feb 2021 3:39 PM GMT

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