फूंका गया अहंकार का रावण - अत्याचार पर सदाचार की विजय का महापर्व 

Ravan of ego burnt - Mahaparva of virtuous victory over tyranny
फूंका गया अहंकार का रावण - अत्याचार पर सदाचार की विजय का महापर्व 
फूंका गया अहंकार का रावण - अत्याचार पर सदाचार की विजय का महापर्व 

डिजिटल डेस्क जबलपुर । अत्याचार पर सदाचार की विजय का महापर्व विजया दशमी को विजय मुहूर्त पर श्रीराम ने अत्याचारी रावण का वध किया । श्री गोविंदगंज रामलीला समिति में विजयादशमी महोत्सव राम मय माहौल में मनाया गया। इस दिन वनस्पति और शस्त्रों का पूजन कर देवी माँ की मूर्तियों का विसर्जन और शाम को रावण का दहन किया गया। 
विजया दशमी पर्व सकारात्मक शक्तियों से नकारात्मक शक्तियों पर जीत का पर्व है, यानी खुद की बुराई पर जीत हासिल करने विजय पर्व मनाया जाता है। विजयादशमी पर श्रीराम ने युद्ध के लिए यात्रा की शुरूआत की थी। इस दिन धर्म की रक्षा के लिए श्रीराम ने शस्त्र पूजा की थी। इस अवसर पर 27 फीट ऊँचे रावण के पुतले का दहन  रात 9 बजे छोटा फुहारा चौक पर किया गया। साथ ही शिवकाशी की आकर्षक गगनचुम्बी अतिशबाजी के नजारे भी देखने मिले। समिति अध्यक्ष पं. अनिल तिवारी ने बताया कि कोरोना काल में इस बार भगवान की मानव लीला स्थगित कर मानस लीला की गई। लेकिन दशहरा पर रावण दहन किया गया । 
 

Created On :   27 Oct 2020 8:20 AM GMT

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