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एनडीआरएफ में महिला कर्मियों की संख्या बढ़ाने की सिफारिश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद की प्राक्कलन समिति ने देश में आपदाओं से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन को और मजबूत बनाए जाने की वकालत की है। भाजपा सांसद गिरीश बापट की अध्यक्षता वाली प्राक्कलन समिति ने लोकसभा में पेश अपने प्रतिवेदन में आपदाओं से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को ज्यादा मजबूत बनाने और इसका बजट बढ़ाने की सिफारिश की है। समिति ने एनडीआरएफ की प्रत्येक यूनिट में महिला कर्मियों की संख्या 170 तक पहुंचाने पर जोर देते हुए कहा है कि खिलाड़ी और वरिष्ठ एनसीसी महिला कैडेट, जो शारीरिक रूप से फिट हैं, उन्हें एनडीआरएफ में शामिल किया जा सकता है। श्री बापट ने कहा कि एनडीआरएफ को हेलीकॉप्टर की पर्याप्त सुविधा भी दी जानी चाहिए ताकि हमारे जवान कम समय में आपदा स्थल तक पहुंच सकें। समिति ने मेघालय, चंडीगढ़, दादरा व नागर हवेली, दमन व दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप और पुड्डुचेरी में भी एनडीआरएफ बटालियन खोलने और वनों में आग की घटनाओं को भी आपदाओं की सूचि शामिल करने की सिफारिश की है। समिति ने उम्मीद जताई है कि एनडीआरएफ कर्मियों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं को देखते हुए नागपुर में 125 करोड़ की लागत से बन रही एनडीआरएफ अकादमी का काम समय से पूरा हो जाएगा।
सांसद निधि : हर जिले में नियुक्त हो एक विशेष अधिकारी
प्राक्कलन समिति ने सांसद निधि (एमपी लैड) योजना के सैकड़ों करोड़ रूपये खर्च नहीं होने पर गहरी चिंता जताई है। गिरीश बापट ने बताया कि अब तक एमपी लैड के 1,157 करोड़ का इस्तेमाल नहीं हुआ है। इसके लिए समिति ने जिला स्तर पर एक विशेष अधिकारी नियुक्त करने की सिफारिश की है। विशेष अधिकारी यह सुनिश्चित करेगा कि सांसद निधि की रकम तय वर्ष में ही खर्च हो जाए।
Created On :   4 April 2022 10:08 PM IST