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रिकॉर्ड में अभी भी जिंदा हैं , पुलिस ढूंढ रही उन मृत 105 आरोपियों को
डिजिटल डेस्क, नागपुर। फरार आरोपियों का संज्ञान लेती सू-मोटो फौजदारी जनहित याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में सुनवाई हुई। सुनवाई में न्यायालयीन मित्र एड. आनंद देशपांडे ने कोर्ट को जानकारी दी कि नागपुर पुलिस ने जब फरार आरोपियों की तलाश शुरू की गई, तो उन्हें पता चला कि कुल 105 आरोपियों की मृत्यु हो चुकी है। इसमें 99 नागपुर शहर और 6 ग्रामीण पुलिस की हद में थे।
हाईकोर्ट ने इस पर कहा कि इन फरार आरोपियों को अब तक पुलिस के रिकॉर्ड में जिंदा रखा गया है, अगर इनकी तलाश नहीं की गई होती, तो पता ही नहीं चलता कि इनकी मृत्यु हो गई है। एड. देशपांडे ने कोर्ट के समक्ष एक ऐसा प्रकरण भी रखा, जिसमें फरार आरोपियों ने अपना नाम ही बदल लिया। ऐसे में जब भी पुलिस उसे ढूंढ़ने निकलती नाम बदल जाने से वह नहीं मिलता। काफी समय से पुलिस को इस तरह नाम बदल जाने वाले आरोपियों को ढूंढने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ी ।आखिरकार आरोपी के भाई ने जब उसके नए नाम का मृत्यु प्रमाण पत्र दिया, तब पुलिस को इसका पता चला। कोर्ट ने इन सभी मुद्दों को रिकॉर्ड पर रखकर मामले की अगली सुनवाई 9 अक्टूबर को रखी है।
यह है मामला
दरअसल,निचली अदालत ने एक फरार आरोपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था, लेकिन आरोपी दूसरे राज्य का निवासी होने के कारण बताए गए पते पर नहीं मिला। पुलिस विभाग फरार आरोपी को नोटिस तामील नहीं करा सका, तब मुद्दा उठा कि पुलिस के पास ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कोई विशेष टीम नहीं है। इसमें विदर्भ की स्थिति और अधिक चिंताजनक है। इन सभी मुद्दों पर हाईकोर्ट ने सू-मोटो जनहित याचिका दायर की। बीती सुनवाई में पुलिस ने जानकारी दी थी कि उन्होंने फरार आरोपियों को तलाशने के लिए नागपुर और अमरावती विभाग में विशेष सेल का गठन किया है। कोर्ट ने सरकार को इस विषय पर विस्तृत जानकारी मांगी है।
Created On :   27 Sept 2019 11:39 AM IST