बनेगा रिपोर्ट कार्ड- कॉलेज डी-ग्रेड, तो प्रवेश नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने स्थायी संलग्नता प्राप्त कॉलेजों की संलग्नता आगे कायम रखने के लिए नई शैक्षणिक व प्रशासनिक अंकेक्षण नीति (एकेडमिक और एडमिनिस्ट्रेटिव ऑडिट पॉलिसी) लागू कर दी है। जिसके अनुसार विवि की एकेडमिक ऑडिट समिति कॉलेजों की शैक्षणिक गुणवत्ता और अन्य सुविधाओं की पड़ताल करके रिपोर्ट तैयार करेगी। अगर किसी कॉलेज को 30 प्रतिशत से कम अंक मिलते हैं, तो उसे -"डी-ग्रेड' प्रदान किया जाएगा। -"डी-ग्रेड' प्राप्त सभी कॉलेजों में प्रवेश रोक दिए जाएंगे। नई नीति के अनुसार 75% अंक पाने वाले कॉलेज को ए ग्रेड, 50% से 74% अंक पाने वाले कॉलेज को बी ग्रेड और 30% से 49% अंक पाने वाले कॉलेज को सी-ग्रेड प्रदान किया जाएगा। दरअसल कॉलेजों को नागपुर विश्वविद्यालय से संलग्नता बनाए रखने के लिए समय समय पर एकेडमिक ऑडिट कराना होता है। विवि की एकेडमिक ऑडिट कमेटी यह कार्य करती है।
विवि के अनुसार कॉलेजों में जितने भी पाठ्यक्रम चल रहे हैं, उनके लिए यूजीसी और विवि द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार शिक्षक भी नियुक्त करने होंगे। अगर कॉलेज में किसी पाठ्यक्रम को पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं, तो समिति विवि से सिफारिश करेगी कि जब तक शिक्षकों की नियुक्ति न हो जाए, इस पाठ्यक्रम में प्रवेश रोक दिए जाएं।
कॉलेजों को ऑडिट के लिए ऑनलाइन अर्जी करनी होगी, जिसमें विवि द्वारा मांगी गई पूरी जानकारी प्रस्तुत करनी होगी। विवि की कमेटी जब प्रत्यक्ष ऑडिट के लिए कॉलेज आएगी तो कॉलेज द्वारा दी गई जानकारी की पूरी पड़ताल की जाएगी। कोई भी गलत जानकारी देने पर विवि नियमानुसार कार्रवाई करेगा। समिति की सिफारिश पर विवि प्रशासन जो भी फैसला लेगा, उसके खिलाफ अपील के लिए कुलगुरु के पास आवेदन करना होगा।
Created On :   31 March 2023 6:01 PM IST