भोपाल में ही अटकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट, भेजे गए  6 और नए सैंपल

Report of genome sequencing stuck in Bhopal itself, 6 more new samples sent
भोपाल में ही अटकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट, भेजे गए  6 और नए सैंपल
भोपाल में ही अटकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट, भेजे गए  6 और नए सैंपल

15 जुलाई को भेजी गई थी 6 सैम्पलों की पहली खेप, डेल्टा प्लस वैरिएंट की जाँच के लिए अब तक भेजे गए कुल 12 नमूने, एक की भी नहीं आई रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की जाँच के लिए जबलपुर जिले के सैंपल्स दिल्ली भेजे जा रहे हैं। 15 जुलाई को  मेडिकल कॉलेज की वॉयरोलॉजी लैब द्वारा जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए 6 नमूने भोपाल और फिर वहाँ से दिल्ली भेजे गए थे। ऐसा कहा जा रहा था कि सैंपल्स की रिपोर्ट करीब 2 हफ्ते में आ सकती है, लेकिन फिलहाल अभी तक एक भी रिपोर्ट नहीं आई  है। कोविड के संभावित खतरे के बीच फिलहाल इंतजार ही हाथ आ रहा है। सूत्रों के अनुसार रिपोट्र् दिल्ली से भोपाल आ चुकी हैं, लेकिन अभी जिले के स्वास्थ्य विभाग तक उनकी जानकारी नहीं पहुँची है।  इस बीच 6 सैंपल्स की दूसरी खेप भी वॉयरोलॉजी लैब द्वारा जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजी जा चुकी है। सैंपल चुनने की प्रक्रिया के लिए दोबारा संक्रमण, वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण, गंभीर संक्रमण समेत अन्य क्राइटेरिया निर्धारित किए गए हैं। प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार हर जिले से प्रत्येक 15 दिनों में 6 सैंपल चुनकर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाने हैं।  केंद्र सरकार डेल्टा प्लस की गंभीरता को देखते हुए इसे  "वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर चुकी है।
बनाया गया है पोर्टल
 प्रदेश में होने वाली जीनोम सीक्वेंसिंग की जाँचों के लिए सरकार द्वारा एक अलग पोर्टल बनाया गया है। इसमें प्रत्येक जिले को अलग आईडी-पासवार्ड दिया गया है। सैंपल के कलेक्शन से लेकर रिपोर्टिंग आने तक को-ऑर्डिनेशन बना रहे, इसलिए पोर्टल बनाया गया है।  
6 नए सैंपल भेजे
मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब प्रभारी डॉ. रीति सेठ ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार निर्धारित क्राइटेरिया के मुताबिक प्रत्येक 15 दिन में 6 नमूने भेजे जाने हैं। जिसके बाद पिछले हफ्ते 27 जुलाई को 6 नए सैंपल भेजे गए हैं।  सैंपल्स की जाँच एनएसडीसी दिल्ली में हो रही है। अभी पहली खेप में भेजे गए नमूनों की रिपोट्र््स नहीं आई हैं। 
कोरोना संक्रमण को लेकर अलर्ट स्वास्थ्य विभाग
 जिले में फिलहाल कोरोना के नए मामलों को लेकर राहत है, लेकिन पड़ोसी जिलों और राज्यों में अचानक से मामले बढऩे पर स्वास्थ्य अमला अलर्ट मोड पर है। केरल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बाद केरल से लौटे यात्रियों को सावधान रहने कहा जा रहा है। शहर में लोगों से घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने, बार-बार हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोविड प्रोटोकॉल फॉलो करने की अपील की जा रही है। 
इनका कहना है
संक्रमण पर लगाम कसने के लिए कोविड प्रोटोकॉल्स फॉलो करना जरूरी है। जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है, वे जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाएँ।
-डॉ. रत्नेश कुररिया, सीएमएचओ 
 

Created On :   5 Aug 2021 1:47 PM IST

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