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रिटायर्ड महिला अधिकारी को ढाई साल से नहीं मिला एसीपी का लाभ
डिजिटल डेस्क , नागपुर। सेंट्रल जीएसटी, कस्टम्स एण्ड सेंट्रल एक्साइज विभाग से 30 अप्रैल 2012 को रिटायर्ड हुई महिला अधिकारी एन. के. लिखार पिछले ढाई साल से एसीपी (एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेस) के लाभ का इंतजार कर रही है। एसीपी संबंधी फाइल सीजीएसटी नागपुर व भोपाल आयुक्तालय के बीच घूम रही है। सीजीएसटी भोपाल आयुक्तालय से 30 अप्रैल 2012 को एन. के. लिखार प्रशासनिक अधिकारी के पद से रिटायर्ड हुई। इसके पहले 1 सितंबर 2008 से 31 दिसंबर 2011 तक लिखार जीएसटी नागपुर आयुक्तालय में तैनात थी।
समय पर पदोन्नति नहीं मिली तो अधिकारी को उसके बदले में प्रोन्नत ग्रेड का वेतन मिलता है, जिसे एसीपी कहा जाता है। रिटायर्ड होने के बाद श्रीमती लिखार ने सीजीएसटी भोपाल आयुक्तालय में एसीपी के लिए निवेदन किया और इसे मंजूर भी किया गया। भोपाल आयुक्तालय ने मई 2017 से एसीपी मंजूर की। चूंकि इनकी ड्यूटी नागपुर में हुई थी, इसलिए भोपाल कार्यालय ने नागपुर सीसी कार्यालय को पत्र भेजकर वेतन निर्धारण (पे फिक्सेशन) के लिए जरूरी वेतन विवरण मांगा था। फाइल नागपुर व भोपाल सीसी कार्यालय में घूमती रही और समय निकलते गया। भोपाल आयुक्तालय ने आरटीआई में खुलासा किया था कि 6 दिसंबर 2019 को नागपुर सीसी कार्यालय के मुख्य लेखा अधिकारी को पत्र भेजकर वेतन विवरण मांगा था, लेकिन नागपुर से कोई जवाब नहीं मिला।
तकनीक के युग में देरी समझ से परे
जीएसटी नागपुर व भोपाल आयुक्तालय का कामकाज आनलाइन हो चुका है। कम्प्यूटर व तकनीक के इस युग में एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय में जानकारी साझा करना बहुत कठिन काम नहीं है। वेतन विवरण के लिए इतना लंबा समय लगना तकनीक के युग में समझ से परे है। प्रभावित व्यक्ति की जरूरत को समझकर समय पर काम होना चाहिए। -संजय थुल, आरटीआई एक्टीविस्ट नागपुर.
एसीपी के लाभ का इंतजार
मई 2017 में एसीपी मंजूर हुई। इसके लाभ अभी तक नहीं मिले हैं। जीएसटी नागपुर सीसी कार्यालय से जरूरी जानकारी एक सप्ताह पहले सीसी कार्यालय भोपाल पहुंचने की खबर है। ढाई साल से इंतजार हो रहा है। 1 सितंबर 2008 से 31 दिसंबर 2011 तक का एसीपी का एरियर मिलेगा। -एन. के. लिखार, रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी.
Created On :   3 Feb 2020 3:09 PM IST