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यातायात व्यवस्था सुचारू न होने से बढ़ रहा हादसों का खतरा
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। शहर की अनेक सड़कें दुकानों के अतिक्रमण से संकरी हो गई हैं। सड़कों पर सुबह के समय नौकरीपेशा लोगों की अधिक भीड़ होती है। उसी प्रकार स्कूली विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में साइकिल से अथवा पैदल सफर करते नजर आते हैं। लेकिन शहर में बिगड़ी यातायात व्यवस्था से विद्यार्थियों की जान को खतरा निर्माण हो गया है। बीते कुछ दिन पूर्व ही 3 दिनों में दो दुर्घटनाओं में 2 छात्राओं की मृत्यु हो गई। यह हादसे बिगड़ी यातायात व्यवस्था की वजह से हुई है। घटनाओं के बावजूद प्रशासन की ओर से यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। मनोहर म्युनिसिपल शाला, मारवाड़ी शाला, गुजराती स्कूल, राजस्थानी कन्या स्कूल, आदर्श सिंधी स्कूल जैसी अन्य शालाएं मुख्य सड़कों से सटी हुई है। जहां पर भारी वाहनों की आवाजाही निरंतर बनी रहती है। छुट्टी होने के बाद सभी विद्यार्थी एक साथ स्कूल से बाहर आते हैं। ऐसे में मुख्य सड़कों से भारी वाहनों की आवाजाही होते रहती है। ऐसे में विद्यार्थियों की जान को खतरा रहता है। जयस्तंभ चौक से बालाघाट मार्ग, शासकीय विश्रामगृह से पाल चौक, गांधी चौक से बाजपेई चौक, भवानी मंदिर से गांधी चौक तक का मुख्य मार्ग है। इन मार्गों पर दुकानें लगाई जाती है। जिसकी वजह से सड़क संकरी हो गई है। ऐसे में बड़े वाहनों की आवाजाही के साथ ही अन्य वाहन सड़क से गुजरते हैं। जिसकी वजह से इन सड़कों पर ट्राफिक इतना अधिक हो जाता है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। सुबह 10 बजे के आसपास शहर की अमूमन सड़कों पर विद्यार्थी स्कूल जाते हुए नजर आते हैं और शाम लगभग 4 से 5 बजे स्कूल की छुट्टी होती है तो दोनों ही समय ट्राफिक अधिक होने से विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हादसों की आशंका से उनमें भय का माहौल है। जिससे यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रशासन द्वारा इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
Created On :   28 Dec 2021 6:17 PM IST