सड़क दुर्घटना और मृत्यु का प्रमाण बढ़ा, जनआक्रोश का कार्य बने जनआंदोलन

Road accident and death proof increased
सड़क दुर्घटना और मृत्यु का प्रमाण बढ़ा, जनआक्रोश का कार्य बने जनआंदोलन
नागपुर सड़क दुर्घटना और मृत्यु का प्रमाण बढ़ा, जनआक्रोश का कार्य बने जनआंदोलन

डिजिटल डेस्क, नागपुर | भारत में सड़क दुर्घटना और इसमें होने वाली मृत्यु का प्रमाण बढ़ गया है। इसे कम करना प्रत्येक का कर्तव्य है। जनआक्रोश ने दुर्घटना मुक्ति के साथ दुर्घटना में मरने वालों की संख्या कम करने का बीड़ा उठाया है। संगठन का यह कार्य जनआंदोलन बनें। यह अपेक्षा केंद्रीय परिवहन राज्यमंत्री जनरल (निवृत्त) वी.के. सिंह ने व्यक्त की। संगठन के 10वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे। अध्यक्षता पूर्व मंत्री एड. सुलेखा कुंभारे ने की। इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष डॉ. अनिल लद्धड, उपाध्यक्ष श्याम भालेराव, सचिव रवींद्र कासखेड़ीकर प्रमुखता से उपस्थित थे।

परिवहन के नियम बचपन से सिखाएं

वी.के. सिंह ने कहा कि किसी नियम-कानून का पालन नहीं करना है, यह मानसिकता नागरिकों के मन से निकालनी होगी। परिवहन के नियम बचपन से सिखाने की जरूरत है। सिर्फ कानून बनाकर नहीं चलेगा। अच्छे काम करने में देर करने की मानसिकता होने से उन्हें सड़क सुरक्षा का महत्व समझाने के लिए भरपूर संयम रखना होगा। जनआक्रोश का कार्य जनआंदोलन बनने पर लोगों की जान बचेगी। 

जनआक्रोश के कार्यों की जरूरत

सुलेखा कुंभारे ने कहा कि समाज को जनआक्रोश के कार्यों की जरूरत है। संगठन के सदस्य खुद को वरिष्ठ नागरिक न समझें। कितना जिया, इसकी बजाय कैसे जिया यह महत्वपूर्ण है। प्रत्येक को समय का नियोजन करना जरूरी है। प्रास्ताविक डॉ. अनिल लद्धड तथा संचालन डॉ. अर्चना कोठारी ने किया। आभार डॉ. रवींद्र कासखेडीकर ने माना।

Created On :   21 Jun 2022 3:10 PM IST

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