सीटी स्केन मशीन की मांग पर मचा बवाल - एनएसयूआई जिलाध्यक्ष व अन्य कार्यकर्ताओं ने किया आत्मदाह का प्रयास

Ruckus over demand of whistle-blowing machine - NSUI activists attempt self-immolation
सीटी स्केन मशीन की मांग पर मचा बवाल - एनएसयूआई जिलाध्यक्ष व अन्य कार्यकर्ताओं ने किया आत्मदाह का प्रयास
सीटी स्केन मशीन की मांग पर मचा बवाल - एनएसयूआई जिलाध्यक्ष व अन्य कार्यकर्ताओं ने किया आत्मदाह का प्रयास

डिजिटल डेस्क  कटनी । जिला अस्पताल में सीटी स्केन मशीन स्थापित करने की मांग को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने गुरुवार को अस्पताल परिसर के सामने उग्र प्रदर्शन किया। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने पूर्व में दी गई चेतावनी के तहत स्वयं के ऊपर मिट्टी तेल छिड़कर आत्मदाह का प्रयास किया। नएसयूआई कार्यकर्ताओं को काबू में करने पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा जिससे कुछ को चोटें आई। प्रदर्शनकारी एनएसयूअई कार्यकर्ताओं ने पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां तहसीलदार ने मुचलका में रिहा किया। एनएसयूआई ने पांच दिन पहले जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपकर सीटी स्केन मशीन स्थापित नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी थी। एनएसयूआई की मांग थी कि जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए फेफड़ों में संक्रमण की पुष्टि के लिए सीटी स्केन मशीन स्थापित की जाए।
लाठी चार्ज का आरोप
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अंशु मिश्रा ने पुलिस प्रशासन पर लाठी चार्ज करने का आरोप लगाया। मिश्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस की बर्बरता से संगठन के तिलक कालेज अध्यक्ष अजय खटीक को पुलिस ने बुरी तरह पीटा, वहीं ब्लॉक अध्यक्ष अंकित सिंघानिया की नाक पर गहरी चोट आई। प्रदर्शन के दौरान  युकां अध्यक्ष मनु दीक्षित, प्रदेश सचिव रौनक़ खंडेलवाल, निवर्तमान पार्षद सक्षी गोपाल साहू, चोखे भाई, कमल पांडेय, मोहम्मद इसराइल, शुभम मिश्रा, विकास दुबे, अफज़ल खान, सौरभ द्विवेदी, भिलेख कुंडे, विपिन तिवारी, सुजीत पटवा आदि उपस्थित रहे।
बंद हो खुली लूट
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष के अनुसार कोरोना की गम्भीरता को देखते हुए लगातार सिटी स्केन मशीन जिला अस्पताल में लगाने की मांग संगठन द्वारा उठाई जा रही है। जबकि यहां दो साल से सीटी स्केन मशीन लगना प्रस्तावित है। जिले के अधिकतर मरीज़ जो भोपाल या अन्य जगह इलाजरत हैं लगभग सभी के फेफड़ों में इंफेक्शन पाया गया है। सीटी स्केन लिए प्राइवेट सेंटरों में जमकर लूट मची है। प्रावइेट सेंटरों सीटी स्केन का छह हजार रुपये तक वसूल किया जा रहा है। गरीब व्यक्ति इतना शुल्क देने में असमर्थ है। इसलिए जिला अस्पताल में सीटी स्केन मशीन लगाई जाना चाहिए और प्राइवेट सेंटरों में लूट बंद हो।
पुलिस को चकमा देकर पहुंचे
जानकारी के अनुसार एनएसयूआई के पूर्व घोषित आत्मदाह प्रदर्शन को देखते हुए सुबह से ही अस्पताल का एरिया पुलिस छावनी बन गया था। दोपहर लगभग एक बजे पुलिस को चकमा देकर एनएसयूआई कार्यकर्ता मेन रोड के बजाय फारेस्ट ग्राउंड की ओर से पहुंचे और अस्पताल के सामने नारेबाजी शुरू कर दी। इसी दौरान एनएसयूआई जिलाध्यक्ष व राष्ट्रीय समन्वयक अंशू मिश्रा समेत कई कार्यकर्ताओं ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर माचिस से आत्मदाह करने का प्रयास किया। जिस पर वहां मौजूद पुलिस बल ने आग लगाने के पहले ही सभी को गिरफ्तार कर लिया।

Created On :   2 Oct 2020 3:43 PM IST

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