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ऊर्जा और पानी की बचत करना बेहद गंभीर हैं: कलेक्टर संजय कुमार मिश्र
डिजिटल डेस्क, पन्ना । पानी और बिजली एक गंभीर विषय है इसकी बर्बादी रोकने के लिए सरकार तमाम प्रयास करती है पर लोग अपनी आदतों में सुधार नहीं करते और इनकी बर्बादी बहुत ज्यादा होती है। भले ही हमें पानी प्राकृतिक रूप से मिलता हो की लेकिन पूरे मध्यप्रदेश में पानी का अभाव अक्सर बना रहता है। बुंदेलखंड तो पानी की कमी के लिए पूरे देश में प्रख्यात है जल की संरक्षण के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने तमाम योजनाएं चलाई पर फिर भी पर्याप्त पानी नहीं है। इस वर्ष दो जल अभाव के कारण शहर में गंभीर स्थिति निर्मित होने का अंदेशा जताया जा रहा है। इसके बावजूद लोग अपने घरों के नल खुले छोडक़र पानी बर्बाद कर रहे हैं पर पन्ना कलेक्टर पानी की बचत के लिए बेहद गंभीर व्यक्ति हैं वे निजी जरूरत में आवश्यकता अनुसार ही पानी का उपयोग करते हैं इसके अलावा यदि कहीं पानी बर्बाद होता है तो उन्हें दुख होता है और उसे रोकने का भी प्रयास करते हैं। ताजा उदाहरण विगत दिनों पवई में देखने को मिला जब नगर परिषद ने वृक्षारोपण के लिए कलेक्टर को आमंत्रित किया पर वहां नल में टोटी नहीं थी और पानी टपक रहा था जिस पर कलेक्टर ने कहा जब तक पानी की बर्बादी बंद नहीं होगी तब तक मैं वृक्षारोपण नहीं करूंगा। अधिकारियों को पानी का टपकना बंद करने में आधा घंटा का समय लगा और कलेक्टर इंतजार करते रहे टोटी लग जाने के बाद ही उन्होंने वृक्षारोपण किया। इस संबंध में बात करते हुए कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने बताया कि हमारे मुख्यमंत्री बिजली और पानी की बर्बादी रोकने के लिए प्रयास करते हैं। हम लोगों का भी दायित्व है कि इसे बचाएं कलेक्टर पन्ना ने बताया कि जब मैं कार्यालय से बाहर निकलता हूं तो स्वयं स्विच बंद कर लाइट बंद कर देता हूं और जहां भी मुझे पानी की बर्बादी होते दिखती है तो उसी रोकने का प्रयास करता हूं। संजय कुमार मिश्र ने जिलेवासियों से अपील की है इस वर्ष कम वर्षा होने के कारण पेयजल का संकट पैदा हो सकता है लिहाजा जितनी जरूरत है उतने पानी का ही उपयोग करें। पानी को बर्बाद होने से बचायें अन्यथा स्थिति विकट होगी। इसी तरह कई लोग घरों के बल्ब दिन-रात जलता छोड़ देते हैं खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में यह स्थिति अधिक देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि जो बल्ब है उनकी जलने की क्षमता निश्चित है यदि 24 घंटे जलता छोड़ देंगे तो बल्ब शीघ्र खराब होते हैं यदि उसी बल्ब को बटन लगाकर बंद करें और केवल रात्रि में जलाएं तो 3 गुना समय तक बल्ब को चलाया जा सकता है इससे बिजली की बचत तो होगी ही आपका बल्ब भी तीन गुने समय तक चलेगा। कलेक्टर ने समस्त शासकीय कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों को ऊर्जा और पानी की बचत के निर्देश भी दिए हैं।
Created On :   20 Jan 2022 11:58 AM IST