लाड़ली लक्ष्मी उत्सव के तहत बालिकाओं को छात्रवृत्ति वितरण एवं "आश्वासन प्रमाण-पत्र" वितरण किया गया!

Scholarship distribution and certificate of assurance were distributed to the girls under Ladli Laxmi Utsav!
लाड़ली लक्ष्मी उत्सव के तहत बालिकाओं को छात्रवृत्ति वितरण एवं "आश्वासन प्रमाण-पत्र" वितरण किया गया!
आश्वासन प्रमाण-पत्र लाड़ली लक्ष्मी उत्सव के तहत बालिकाओं को छात्रवृत्ति वितरण एवं "आश्वासन प्रमाण-पत्र" वितरण किया गया!

डिजिटल डेस्क | उज्जैन गुरूवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा महानवमी के अवसर पर लाड़ली लक्ष्मी उत्सव के तहत प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मियों को छात्रवृत्ति वितरण और आश्वासन प्रमाण-पत्र वितरण किया गया। मुख्यमंत्री के भोपाल से आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण उज्जैन एनआईसी कक्ष में देखा गया। इस दौरान उज्जैन एनआईसी कक्ष में सीईओ जिला पंचायत सुश्री अंकिता धाकरे, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री गौतम अधिकारी, सहायक संचालक श्री साबिर अहमद सिद्धिकी और लाड़ली लक्ष्मी योजना से लाभान्वित हुई बालिकाएं और उनके माता-पिता मौजूद थे।

एनआईसी कक्ष में सीईओ जिला पंचायत द्वारा लाड़ली लक्ष्मी अक्षरा माता नाज़मीन, शालिनी माता रमा, तंजीन माता अनवरबी, आल्या कुरैशी माता शाहीनबी, मुस्कान माता पूजा, खुशी माता रिंकी, नित्या माता सविता और खुशी माता ज्योति को प्रतीकात्मक रूप से छात्रवृत्ति प्रमाण-पत्र और आश्वासन प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। भोपाल से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में बेटियों, माताओं, बहनों को बहुत ऊंचा स्थान दिया गया है। बेटा-बेटी में कोई भेद नहीं होना चाहिये।

प्रदेश सरकार द्वारा लाई गई लाड़ली लक्ष्मी योजना के पीछे यही उद्देश्य था कि बेटियों को बोझ नहीं, बल्कि वरदान माना जाये। नारी सशक्तिकरण के बिना यह देश आगे नहीं बढ़ सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा लाड़ली लक्ष्मी योजना को नया स्वरूप दिये जाने की योजना बनाई जा रही है। इस योजना के तहत लाड़ली लक्ष्मियों को 12वी कक्षा के बाद महाविद्यालय में एडमिशन लेने पर 25 हजार रुपये और दिये जायेंगे। उनकी पढ़ाई-लिखाई की ट्रेकिंग की जायेगी। उनके कैरियर मार्गदर्शन की भी व्यवस्था की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मियों के जन्म के समय ही उन्हें प्रमाण-पत्र दे दिया जायेगा। उनका टीकाकरण शत-प्रतिशत हो और उनका पोषण उचित तरीके से हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जायेगा। साथ ही बालिकाओं को रूचि के अनुसार व्यावसायिक ट्रेनिंग की व्यवस्था भी की जायेगी। मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मियों के माता-पिता से अपील की कि वे उनकी बच्चियों पर कैरियर चयन को लेकर दबाव न डालें। उनकी रूचि और प्रतिभा के अनुसार उन्हें कैरियर चुनने दें। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि ऐसी बेटियां जिनके दुर्भाग्यवश माता-पिता न हों, उन्हें भी लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जायेगा। लाड़ली लक्ष्मी योजना पूरी दुनिया में बेटियों के सशक्तिकरण की मिसाल बने, यह मुख्यमंत्री की हार्दिक इच्छा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश की 21650 लाड़ली लक्ष्मियों को छात्रवृत्ति उनके खाते में ऑनलाइन सिंगल क्लिक के माध्यम से वितरित की गई।

उज्जैन में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री गौतम अधिकारी ने बताया कि उज्जैन जिले में 2007 से अभी तक कुल एक लाख 16 हजार 688 लाड़लियों के प्रकरण स्वीकृत किये गये हैं। वर्ष 2021-22 में अभी तक लाड़ली लक्ष्मी योजना के कुल 3169 नवीन प्रकरण स्वीकृत किये जा चुके हैं। वर्ष 2015-16 से अभी तक कुल 15374 कक्षा 6टी, 1370 कक्षा 9वी, 26 कक्षा 11वी, तीन कक्षा 12वी में प्रवेशित बालिकाओं को कुल तीन करोड़ 64 लाख दो हजार रुपये की छात्रवृत्ति का भुगतान किया जा चुका है। इसके अलावा गुरूवार 14 अक्टूबर को उज्जैन जिले की 6टी कक्षा में प्रवेशित 386, 9वी कक्षा में 96, 11वी में 19 और कक्षा 12वी में पांच लाड़लियों को 13 लाख रुपये की छात्रवृत्ति जमा की गई।

Created On :   16 Oct 2021 9:32 AM GMT

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