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झुग्गी बस्तियों में रहने वाले गरीब बच्चों के लिए फिर शुरू होंगी पाठशाला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर और आसपास के इलाकों में कोरोना संक्रमण काबू में आने के बाद ठाणे जिले के उन बच्चों के लिए भी पढ़ाई शुरू होने की उम्मीद जग गई है जो स्कूल नहीं जा पाते। दरअसल गैर सरकारी संस्था खुशियां फाउंडेशन ठाणे के विभिन्न झु्ग्गी बस्तियों में रहने वाले करीब 600 बच्चों के लिए झुग्गी बस्तियों, पुल के नीचे स्कूल चलाती है। यहां समाज को कुछ देने के इच्छुक ऐसे युवा उन बच्चों को पढ़ाते हैं जिनके माता-पिता उन्हें स्कूल नहीं भेज पाते। लोगों की मदद से संस्था यहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए किताब-कापी आदि का भी इंतजाम करती है। लेकिन कोरोना संक्रमण फैलने के बाद झुग्गी बस्तियों में चलने वाले इन बच्चों के स्कूल भी बंद हो गए थे। माता-पिता के पास इन बच्चों को स्कूल भेजने के लिए ही पैसे नहीं हैं तो ऑनलाइन शिक्षा के बारे में सोचना ही व्यर्थ है। ऐसे में इन बच्चों की पढ़ाई बिल्कुल ठप थी। समाजसेवी चीनू क्वात्रा ने कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में 17 अगस्त से स्कूल खुल रहे हैं। मुंबई, ठाणे समेत आसपास के इलाकों में भी संक्रमण की दर काफी कम है। फिलहाल इन सभी बच्चों को संस्था के रोटी घर जरिए खाना पहुंचाया जा रहा है इसलिए हम नियमित संपर्क में हैं। हमारी कोशिश है कि जहां कोरोना संक्रमण के मामले काबू में हैं ऐसी झुग्गी बस्तियों में फिर स्कूल शुरु कर दिए जाएं।
बच्चे भी इसे लेकर काफी उत्साहित हैं। कोरोना संक्रमण से पहले सात झुग्गी बस्तियों के बच्चों के लिए स्कूल चलाए जाते थे। हर जगह 70 से 80 बच्चे पढ़ने के लिए आते थे। क्वात्रा ने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि सभी बच्चे एक बार फिर उसी उत्साह से स्कूल आएंगे। उन्होंने बताया कि बाकी स्कूल तो बंद कर दिए गए लेकिन ठाणे के आटगांव में एक स्कूल चल रहा था। दरअसल यहां की एक स्थानीय लड़की जो थोड़ी पढ़ी लिखी थी उसने ही दूसरे बच्चों को पढ़ाने का काम अपने हाथ में ले लिया। यहां बच्चों की संख्या 10 से कम थी इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग की समस्या नहीं हुई और इन बच्चों की पढ़ाई जारी रही। उम्मीद है कि बाकी बच्चे भी जल्द ही फिर से पढ़ाई शुरू कर पाएंगे।
Created On :   8 Aug 2021 8:14 PM IST