अधिवेशन : अब शुभ-अशुभ के फेर में नई सरकार- निर्माणाधीन इमारत पर डलेगा पर्दा, 9 से सचिवालय का कामकाज होगा शुरु

Session: Curtain will be shed on the building under construction
अधिवेशन : अब शुभ-अशुभ के फेर में नई सरकार- निर्माणाधीन इमारत पर डलेगा पर्दा, 9 से सचिवालय का कामकाज होगा शुरु
अधिवेशन : अब शुभ-अशुभ के फेर में नई सरकार- निर्माणाधीन इमारत पर डलेगा पर्दा, 9 से सचिवालय का कामकाज होगा शुरु

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सत्ता परिवर्तन के बाद ठाकरे सरकार अधिवेशन के लिए पहली बार नागपुर में कदम रख रही है। सरकार पर किसी तरह के शुभ-अशुभ का साया न मंडराये, इसके लिए विधानभवन परिसर में नवनिर्माणाधीन इमारत को ढकने का निर्णय लिया गया है। इमारत को चारों तरफ से कपड़ों से ढका जाएगा। दरअसल, नई इमारत में 12 मंत्रियों के कैबिन और कैंटीन बनना हैं। अधिवेशन के लिए पीडब्ल्यूडी ने 6 मंत्रियों के कैबिन और कैंटीन तैयार करके दिया है। अन्य कैबिनों का काम अधूरा है। प्रशासन ने अधिवेशन के पहले 6 कैबिन और कैंटीन बनाकर सरकार को देने का निर्णय लिया था। मुंबई से विधानमंडल के अधिकारियों की एक टीम ने भी इसका जायजा लिया था।  लेकिन बाद में अधिकारियों की हुई एक बैठक में चर्चा हुई कि ज्यादातर मंत्री अधूरे िनर्माण में प्रवेश को अशुभ मानते हैं। आधी-अधूरी इमारत में कोई जाने के लिए तैयार नहीं होगा। कुछ ने संदेह जाहिर किया कि मंत्री नाराज हो सकते हैं। वे किसी नये कमरे या इमारत में प्रवेश करते समय वास्तु-शास्त्र और मुहूर्त को काफी महत्व देते हैं। इसके कुछ उदाहरण भी दिए गए। आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में रविभवन स्थित कॉटेज नंबर 13 और 17  को लेकर दोनों मंत्रियों का टकराव भी देखा गया। इन नंबर को अशुभ मानकर तत्कालीन मंत्रियों ने इसे बदलने की मांग की थी। जिसके बाद विधानभवन परिसर में नई इमारत के आधे कैबिन बनाकर सौंपने की बजाए उसे पूरी करने के बाद ही सौंपने का निर्णय लिया गया। अधिवेशन के दौरान नई इमारत को पूरी तरह कपड़े और पॉलिथीन से ढका जाएगा। अधिवेशन खत्म होने के बाद इसका पर्दा हटाया जाएगा। इमारत का अधूरा निर्माण पूरा किया जाएगा। उसके बाद ही इस इमारत को सरकार को सौंपा जाएगा। हालांकि प्रशासन ने इस इमारत को पर्दे से ढकने का कारण सुरक्षा दृष्टिकोण बता रहे हैं। अधिवेशन के दौरान किसी तरह की असुविधा या खतरा न हो, इसके लिए  ढकने का दावा किया जा रहा है। 

विधानसभा इमारत के पीछे बड़े शामियाने में बनेगी कैंटीन 

फिलहाल नई इमारत को शुरू करने का निर्णय टल गया है। ऐसे में कैंटीन की व्यवस्था विधानसभा की इमारत के पीछे खाली जगह पर करने का निर्णय लिया गया है। वहां एक बड़ा से शामियाना बनाकर उसे कैंटिन का रूप दिया जाएगा। मंत्री, विधायक सहित अन्य विशेष अतिथि के लिए यहां सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। 
 

9 से विधानमंडल सचिवालय का कामकाज

आगामी 16 दिसंबर से शुरू होने जा रहे विधानमंडल के नागपुर अधिवेशन के लिए हलचलें तेज हो गई हैं। तारीख घोषित होते ही विधानभवन परिसर में कार्य में तेजी आ गई है। विधानमंडल सचिवालय आने से पहले सभी तरह के काम पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं। 9 दिसंबर से विधानमंडल सचिवालय अपना कामकाज शुरू होगा। इससे पहले बुधवार 4 दिसंबर को विधानभवन इमारत में कम्प्यूटर विभाग शुरू किया जाएगा। 6 दिसंबर को विधानमंडल कर्मचारियों का स्टाॅफ नागपुर पहुंचेगा। 8 दिसंबर को बड़े अधिकारी आएंगे और 9 दिसंबर से सचिवालय का कामकाज शुरू हो जाएगा। यह पहला मौका है, जब सचिवालय को इतने कम समय में कामकाज शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले के अधिवेशनों में सचिवालय को करीब 15 दिन पहले नागपुर में कामकाज करने बुलाया जाता था, लेकिन इस बार सरकार गठन में विलंब के कारण सचिवालय को तैयारियों के लिए समय नहीं मिला है। राज्य में पहली बार ठाकरे सरकार बनी है। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के नेतृत्व वाली ठाकरे सरकार की पहली चुनौती नागपुर में होने जा रही है। 16 दिसंबर से शुरू होने वाले अधिवेशन के लिए 15 दिसंबर को पूरी सरकार नागपुर में रहेगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के भी 15 दिसंबर को ही पहुंचने की जानकारी है। इस साल बेमौसम बारिश के कारण बड़े पैमाने पर फसलें बर्बाद हुई हैं। विदर्भ सहित राज्य में करोड़ों का नुकसान हुआ है। सरकार गठन से पहले खुद उद्धव ठाकरे ने खेतों में जाकर फसल नुकसान का जायजा लिया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार भी विदर्भ सहित अनेक स्थानों पर नुकसान की समीक्षा करने पहुंचे थे। ऐसे में नागपुर अधिवेशन से किसानों की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं। संभावना है कि इस अधिवेशन में किसानों के लिए कोई बड़ी घोषणा होगी। इसके अलावा कई महत्वपूर्ण निर्णय अधिवेशन में होने की चर्चा है। फिलहाल महाविकास आघाड़ी का पहला अधिवेशन होने से मंत्री, विधायक से लेकर विदर्भ की जनता में भी काफी उत्सुकता है।


 

Created On :   4 Dec 2019 5:39 PM IST

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