सात करोड़ के गहनों की चोरी का मामला : मदद करने वाला पुलिस हवलदार गिरफ्तार

Seven crore jewelery theft case: A police constable arrested
सात करोड़ के गहनों की चोरी का मामला : मदद करने वाला पुलिस हवलदार गिरफ्तार
सात करोड़ के गहनों की चोरी का मामला : मदद करने वाला पुलिस हवलदार गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गहनों की दुकान से 7 करोड़ रुपए से ज्यादा गहनों की चोरी के मामले में एक पुलिस कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार कॉन्स्टेबल का नाम संतोष राठौड है। राठौड ओशिवारा पुलिस स्टेशन में तैनात था। आरोपी के पास से 80 लाख रुपए के गहने भी बरामद हुए हैं। लॉक डाउन के बीच हुई इस चोरी की गुत्थी सुलझाते हुए एमआईडीसी पुलिस ने कुछ दिनों पहले ही एक गैर सरकारी संस्था के प्रमुख समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था। राठौड के अलावा मामले में पंकज गौड़ नाम के एक सफाई कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया है। पंकज उस इलाके में तैनात था जहां कंपनी स्थित थी। सीनियर इंस्पेक्टर जगदीश शिंदे ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें 6 मई तक पुलिस हिरासत में भेज गया है।

क्या है मामला

राजकुमार लूथरा नाम के कारोबारी ने 22 अप्रैल को एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि 19 मार्च से 22 अप्रैल के बीच अंधेरी के नीरज इंडस्ट्रियल इस्टेट में स्थित उनके बंद कारखाने से अज्ञात आरोपियों ने उनकी कंपनी की सीमेंट की चादर लगी हुई छत तोड़कर अंदर दाखिल होकर ग्राइंडर और कटर के सहारे तिजोरी काटकर उसमें रखे 7 करोड़ नौ लाख 48 हजार 992 रुपए के हीरे के गहने, सोना और अन्य कीमती  सामान चुरा ले गए। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि श्री एकता फाउंडेशन नाम के सामाजिक संस्था चलाने वाला विपुल चंबरिया वारदात के समय कंपनी के आसपास देखा गया था। आरोपी की संस्था को बीएमसी ने जरूरतमंदों को खाने के पैकेट बांटने का ठेका दिया हुआ है। इसी का फायदा उठाकर मदद के बहाने आरोपी आसानी से कंपनी तक पहुंच गया। इसके बाद उसने  वहां तैनात सुरक्षा रक्षक मुन्ना प्रसाद खैरवार और  कंपनी में स्टॉक होल्डर का काम।करने वाले दिमन चौहान को अपने साथ मिला लिया। आरोपियों ने 6 अप्रैल को चोरी की और फरार हो गए।  
 

Created On :   4 May 2020 6:36 AM GMT

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