महिलाओं को लाभ दिलाने के मामले में शहडोल दूसरे स्थान पर

Shahdol comes second in terms of providing benefits to women
महिलाओं को लाभ दिलाने के मामले में शहडोल दूसरे स्थान पर
महिलाओं को लाभ दिलाने के मामले में शहडोल दूसरे स्थान पर
हाईलाइट
  • इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली धनराशि भोपाल से सीधे महिलाओं के खाते में जाती है।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत महिलाओं को 6000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
  • प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत हितग्राहियों के रजिस्ट्रेशन में शहडोल जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर है।
  • पहले स्थान पर बैतूल है।
  • यह राशि तीन किस्तों में मिलती है। योजना का मु

डिजिटल डेस्क शहडोल । प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत हितग्राहियों के रजिस्ट्रेशन में शहडोल जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। जिले को मिले कुल लक्ष्य 7713 के विरुद्ध 26 मार्च तक कुल 7572 महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। एक-दो दिन में 100 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
   वहीं जिले में अब तक 4170 महिलाओं को पहली किस्त के रूप में 1000 रुपए का भुगतान किया जा चुका है। 31 मार्च तक यह आंकड़ा 7000 के आसपास पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद अप्रैल में महिलाओं को दूसरी किस्त के रूप में दो हजार रुपए दिए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली धनराशि भोपाल से सीधे महिलाओं के खाते में जाती है। गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत महिलाओं को 6000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि तीन किस्तों में मिलती है। योजना का मुख्य उद्देश्य देश में नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर में कमी लाना है। योजना की शुरुआत जनवरी 2017 में की गई थी। जनवरी 2017 के बाद मां बनने वाली महिलाओं को और पहले बच्चे पर ही योजना का लाभ मिलना है।
शहडोल, बुढ़ार, गोहपारू 100 फीसदी लक्ष्य
योजना के तहत ऑनलाइन प्रकरण पंजीबद्ध करने में जिले में शहडोल शहरी परियोजना, गोहपारू और बुढ़ार परियोजना ने 100 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया है। शहडोल शहरी परियोजना को कुल 622 का लक्ष्य मिला था। इसने अब तक 751 प्रकरण पंजीबद्ध किए हैं। इनमें से 735 स्वीकृत हो चुके हैं। वहीं बुढ़ार परियोजना में 1884 के लक्ष्य के विरुद्ध कुल 1945 प्रकरण रजिस्टर्ड किए गए। इनमें से 1700 स्वीकृत हो चुके हैं। इसी तरह गोहपारू परियोजना के अंतर्गत 777 लक्ष्य के आधार पर कुल 862 प्रकरण रजिस्टर्ड किए गए हैं। इनमें से 744 को स्वीकृति मिल चुकी है। सोहागपुर में भी 1342 के मुकाबले 1503 प्रकरण पंजीबद्ध किए गए हैं। इनमें से 1492 प्रकरणों को स्वीकृति मिल चुकी है।
इनका कहना है
 प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत प्रकरणों के ऑनलाइन रजिस्टे्रशन और स्वीकृति के मामले में हम प्रदेश में दूसरे स्थान पर हैं। पहले स्थान पर बैतूल है। 31 मार्च तक हमारा लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
राकेश खरे, जिला परियोजना अधिकारी

 

Created On :   27 March 2018 2:06 PM IST

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