शाही एक्सपोर्ट  - बीएमएस ने कलेक्टर से की शिकायत, कंपनी में जारी है उथल-पुथल

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शाही एक्सपोर्ट  - बीएमएस ने कलेक्टर से की शिकायत, कंपनी में जारी है उथल-पुथल

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । सिवनी रोड स्थित शाही एक्सपोर्ट में जारी विवाद अभी थमा नहीं है। सोमवार को कर्मचारियों के स्थानांतरण को लेकर फैसला होना था लेकिन इसके पहले बीएमएस कर्मचारियों के समर्थन में उतरते हुए सोमवार को कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को ज्ञापन सौंपा। जिसमें प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों को प्रताडि़त किए जाने का आरोप लगाया है। ज्ञापन में कई गंभीर आरोप प्रबंधन पर लगाए गए हैं। हालांकि इस मामले में अभी तक प्रशासनिक जांच से संबंधित कोई भी आदेश जारी नहीं हुए है। 
9 जुलाई से शाही एक्सपोर्ट में विवाद गरमाया हुआ है। दो अधिकारियों के छिंदवाड़ा पहुंचने के बाद कंपनी के बंद करने की चर्चाए जोर पकड़ रही है। छिंदवाड़ा पहुंचे कंपनी के कर्मचारियों ने यहां कार्यरत कर्मचारियों को नोयडा या फिर दिल्ली स्थित फैक्ट्री में स्थानांतरण की बात कही जा रही है। वैसे तो पिछले चार सालों से छिंदवाड़ा स्थित शाही एक्सपोर्ट कंपनी को बंद किए जाने की बात कही जा रही है लेकिन हर बार राजनीतिक दखलंदाजी के चलते पूरा मामला टल जाता है। अब पिछले एक सप्ताह से मचे बवाल के बीच सोमवार को कलेक्टर से मिले भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने यहां चल रही उठापठक की जांच करवाने की मांग की है। एक शिकायती पत्र श्रम विभाग मेें भी भेजा गय है। सोमवार को कलेक्टर से मिलने वाले बीएमएस के पदाधिकारियों में प्रदेश मंत्री राकेश चतुर्वेदी, विभाग प्रमुख राकेश श्रीवास्तव, अध्यक्ष कोयला खदान मजदूर संघ सुख अमृत पारस, कार्यकारी अध्यक्ष संजय सिंह, जिलाध्यक्ष संजय शक्रवार, अध्यक्ष डॉ. एमके मौर्य सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। 
क्या है विवाद 
सरकार के नए नियमों के मुताबिक 300 से कम मेन पावर वाली फेक्ट्रियोंं को बिना सरकारी अनुमति के भी बंद किया जा सकता है। कंपनी को तय करना होता है कि वे कंपनी को चालू रखना चाहती है या फिर बंद। इस निर्णय के बाद से ही शाही एक्सपोर्ट को बंद किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। लॉक डाउन खुलने के बाद भी यहां कोई काम शुरु नहीं किया गया। कंपनी में स्थाई सहित ठेके पर कार्य करने वाले कामगारों की संख्या 200 है। 
क्या कहा जा रहा कंपनी अधिकारियों द्वारा 
शाही एक्सपोर्ट में ज्यादातर महिला कर्मचारी ही कार्य करती है। 9 जून को आए कंपनी के अधिकारियों द्वारा सामूहिक या फिर व्यक्तिगत रूप से कामगारों से बात करते हुए अन्य जगह पर स्वत: ही स्थानांतरण् लेने की बात कही जा रही है। जबकि महिलाओं का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बीच जहां परिवहन की सुविधाएं शुरु भी नहीं हुई है। ऐसे में कहीं और जाकर काम कर पाना संभव नहीं है।
इनका कहना है... 
॥ मामला मेरी जानकारी में है। प्रयास रहेगा की कंपनी यहां चालू रहेगी। जल्द ही कंपनी के प्रबंधकों से इस मामले मे बातचीत की जाएगी। 
-सौरभ कुमार सुमन, कलेक्टर, छिंदवाड़ा 
॥कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों के बीच बात चल रही है। अभी कोई डिसीजन नहीं हुआ है। कर्मचारियों को प्रताडि़त करने जैसी कोई बात नहीं है। 
-रूपेश गीते, प्रबंधक, शाही एक्सपोर्ट
 

Created On :   14 July 2020 9:24 AM GMT

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