शाहजहांपुर: बीजेपी MLA के बेटे पर रेप का आरोप, धरने पर बैठी पीड़िता

Shahjahanpur Tilhar constituency BJP MLA son alleged for gangrape
शाहजहांपुर: बीजेपी MLA के बेटे पर रेप का आरोप, धरने पर बैठी पीड़िता
शाहजहांपुर: बीजेपी MLA के बेटे पर रेप का आरोप, धरने पर बैठी पीड़िता

डिजिटल डेस्क, शाहजहांपुर।  यूपी के उन्नाव में गैंगरेप जैसा ही एक मामला सूबे के ही शाहजहांपुर जिले में भी प्रकाश में आया है। तिलहर सीट से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा और उनके बेटे मनोज वर्मा के खिलाफ अपहरण और गैंगरेप का आरोप लगाकर पीड़िता सोमवार को धरने पर बैठ गई।  कलेक्ट्रेट ऑफिस के बाहर धरने पर बैठी युवती ने बताया कि 2011 में दोनों ने उसका अपहरण कर गैंगरेप किया था। पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

  
पीड़िता को 5 साल से इंसाफ का इंतजार

रेप पीड़िता का आरोप है कि पिछले पांच सालों से वो इंसाफ के लिए करीब हर जगह गुहार लगा चुकी है, लेकिन अब तक उसे इंसाफ नहीं मिला है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक दबाव के चलते गिरफ्तारी नहीं की गई है। पीड़िता के मुताबिक, साल 2011 में रोशन लाल वर्मा के बेटे मनोज वर्मा ने उसके साथ बलात्कार किया और कई दिनों तक बंधक बनाए रखा था। पीड़िता ने इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी भी दी है। धरने की जानकारी के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचीं। कुछ घंटे बाद अधिकारियों ने जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाकर धरना खत्म करा दिया।

 


 
CBCID जांच जारी

पुलिस ने बताया कि निगोही थाना क्षेत्र के गांव की युवती ने साल 2012 में विधायक रोशनलाल वर्मा और उनके पुत्र के खिलाफ अपहरण कर दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले की विवेचना सीबीसीआईडी को सौंप दी गई। इस केस को लेकर जिले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है। सपा के कार्यकर्ताओं ने पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी है। वहीं, विधायक रोशनलाल वर्मा ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये उनकी छवि खराब करने के लिए राजनीतिक दुश्मनों का ही षडयंत्र है।

 

महिला की विधायक के छोटे बेटे से हुई थी शादी


पुलिस ने बताया कि 2011 में ही रोशन लाल और उनके बेटे मनोज वर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 363 (अपहरण) और 366 (किडनैपिंग, गैरकानूनी ढंग से उठाकर ले जाना और शादी के लिए मजबूर करना) के तहत मामला दर्ज किया गया था। हालांकि उनके खिलाफ कोई पर्याप्त सबूत न होने की वजह से अक्टूबर 2013 में केस बंद कर दिया गया था। बता दें कि महिला की शादी विधायक के छोटे बेटे विनोद वर्मा से 2012 में हुई थी, लेकिन एक साल बाद दोनों अलग हो गए। महिला के अनुसार, वह एक छोटे गांव से ताल्लुक रखती है, उसे विधायक के छोटे बेटे से शादी करने के लिए मना लिया गया था। हालांकि उसे जल्दी यह मालूम हो गया कि विधायक ने अपनी छवि और खुद व अपने बड़े बेटे के खिलाफ रेप केस से बचने के प्रयास में शादी कराई थी। 

Created On :   8 May 2018 7:12 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story