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शिंदे ने किया विरोध, पांच तबादले-पदोन्नति पर रोक
डिजिटल डेस्क, मुंबई. पुलिस विभाग में बड़े फेरबदल के बाद महाविकास आघाड़ी सरकार में ऐसी उठापटक मची कि कुछ ही घंटों में पांच अधिकारियों की पदोन्नति और तबादले से जुड़ा आदेश वापस ले लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना इन तबादलों से खुश नहीं थी। प्रदेश के नगर विकास और ठाणे के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले में पहले गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटील से संपर्क करने की कोशिश की। संपर्क नहीं हो पाया तो उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से शिकायत की। इसके बाद आनन फानन में सरकार ने फैसले पर रोक लगा दी।
दूसरी तरफ, इस मामले में विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथ लिया है। दरअसल, महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को 39 आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए थे। इनमें से 11 पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को पदोन्नति देकर उप महानिरीक्षक बनाया गया था। अब नए आदेश के मुताबिक, इनमें से पांच की पदोन्नति और तबादला रोक दिया गया है। इस आदेश में राज्य खुफिया विभाग के डीसीपी राजेंद्र माने, मीरा भायंदर के डीसीपी (अपराध) महेश पाटील, एसपी राजमार्ग सुरक्षा संजय जाधव, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ठाणे के एसपी पंजाबराव उगले और पालघर के एसपी दत्तात्रय शिंदे की पदोन्नति और तैनाती पर रोक लगा दी गई है।
वर्जन
शिंदे नगर विकास विभाग के अधिकारियों का तबादला करते हैं तो क्या किसी विधायक से पूछते हैं? चंद्रपुर जिले में जिस आयुक्त पर आरोप थे, उसे 4 महीने में भेज दिया। किस कानून के तहत ऐसा किया जा सकता है? मनचाहे पुलिस अधिकारी न मिलने पर और अच्छे पुलिस अधिकारियों के आने पर मुश्किल में फंसने के डर के चलते काम हो रहा होगा तो मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वे गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटील को दबाव में काम करने की बजाय कुर्सी छोड़ने की शक्ति दें। - सुधीर मुनगंटीवार, भाजपा नेता
प्रवीण दरेकर, विधान परिषद में विपक्ष के नेता के मुताबिक सरकार में संवाद की कमी है। शिंदे जैसे वरिष्ठ नेता की नाराजगी से लगता है कि गृह विभाग ने तबादलों से पहले शिवसेना को भरोसे में नहीं लिया। मुख्यमंत्री को भी अपनी पार्टी को तबादलों को लेकर भरोसे में लेना चाहिए था। या तो मुख्यमंत्री को इसकी अहमियत नहीं पता या राकांपा उनकी नहीं सुनती।
फडणवीस ने जताया संदेह
राज्य में पुलिस विभाग में तबादलों को लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने घोटाले का संदेह जताया है। उन्होंने कहा है कि पुलिस अधिकारी का तबादला किया जाता है और दूसरे दिन उसे रद्द भी कर दिया जाता है। महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में जो चल रहा है उसके कारणों का खुलासा सरकार को करना चाहिए। गुरुवार को विमानतल पर फडणवीस ने पत्रकारों से कहा कि पहले भी तबादलों में घोटाले का आरोप है। फिर से वही तरीका अपनाया जा रहा है। फडणवीस ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार पर नियंत्रण नहीं है।
Created On :   22 April 2022 2:40 PM IST