महाराष्ट्र में शिवशक्ति और भीमशक्ति का हुआ गठबंधन, मिलकर लड़ेंगे चुनाव
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की जयंती के मौके पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के बीच गठबंधन हो गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठाकरे गुट के नेता सुभाष देसाई ने इसकी जानकारी दी। इस मौके खास पर राज्यसभा सांसद संजय राउत भी मौजूद थे। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस दिन का महाराष्ट्र की जनता इंतजार कर रही थी। उद्धव ठाकरे की शिवसेना और प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी (VBA) की बीच गठबंधन पर मुहर लग गई। प्रकाश अंबेडकर और उद्धव ठाकरे ने संयुक्त रूप से गठबंधन की घोषणा की। इसके साथ ही विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाडी में चौथा दल शामिल हो गया है। वीबीए और शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) मिलकर आगामी चुनाव लड़ेंगे। जिससे शिंदे गुट के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है।
उद्धव ने कहा कि हमने नया रास्ता और नया रिश्ता बनाया है। हम वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ एक नए रिश्ते की शुरुआत करने जा रहा रहे हैं। भूतकाल में जो भी गलतियां हुई होंगी उसे भूलकर हमें आगे बढ़ना है। उद्धव ने कहा कि मेरी वंचित बहुजन आघाड़ी से गठबंधन को लेकर कांग्रेस और राकांपा से चर्चा हुई है। मुझे कहीं पर भी यह नजर नहीं आया कि कांग्रेस और राकांपा महाविकास आघाड़ी में वंचित बहुजन आघाड़ी को नहीं चाहती है। हमने तय किया है कि महाविकास आघाड़ी के तीन दल अपने सहयोगी दल का हितों का ध्यान रखेंगे। उद्धव ने कहा कि यदि सभी लोग एक साथ में नहीं आएंगे तो महाविकास आघाड़ी का कोई फायदा नहीं है। भविष्य में यदि समन्वय की राजनीति नहीं करनी है तो कोई साथ आने का नाटक न करे। उद्धव ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भाजपा का नाम लिए बिना चुनौती देते हुए कहा कि गद्दारों और उनके बाप-दादा में हिम्मत है तो जल्द से जल्द स्थानीय निकायों के चुनाव कराए। चुनाव घोषणा के बाद महाविकास आघाड़ी के सीटों का फार्मूला स्पष्ट कर दिया जाएगा। उद्धव ने कहा कि मुझे राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और प्रकाश आंबेडकर के बीच के संबंध मालूम है। मैं दोनों के बीच के संबंध को सुधारने की प्रयास करूंगा। साल 2019 में जब शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस से गठबंधन किया था तो लोगों ने मुझसे कहा था कि पवार शिवसेना को कभी भी दगा दे सकते हैं। मैं पवार की ओर देखता रह गया मगर मेरे अपने लोगों ने भी मुझे दगा दे दिया। उद्धव ने कहा कि आंबेडकर और ठाकरे परिवार का एक इतिहास है। मेरे दादाजी प्रबोधनकार ठाकरे (केशव सीताराम ठाकरे) और प्रकाश के दादाजी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर समकालीन थे। दोनों ने समाज की गलत परंपराओं और बुराइयों पर प्रहार किया। अब राजनीति में कुछ कुरीतियां हैं। जिसको खत्म करने और तोड़ने के लिए ठाकरे और आंबेडकर के वंशज एक साथ आए हैं। उद्धव ने केंद्र में शासन करने वाली भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग जनता को भ्रम में रख अपने लक्ष्य को साध्य कर रहे हैं। देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है। इसलिए लोकतंत्र को जीवत रखने और संविधान की पवित्रता को बरकरार रखते हुए शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी ने एक साथ आने का फैसला किया है। उद्धव ने कहा कि शिवसेना ने कई साल पहले आरपीआई के अध्यक्ष रामदास आठवले के साथ गठबंधन किया था। लेकिन शिवसेना और वंचित बहुजन के बीच गठजोड़ पहली बार हो रहा है।
पवार से मेरा पुराना झगड़ा, फिर भी राकांपा के साथ आने की अपेक्षा – प्रकाश आंबेडकर
वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष आंबेडकर ने कहा कि फिलहाल शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी दोनों दलों के बीच गठबंधन हुआ है। मेरी अपेक्षा है कि हमें कांग्रेस और राकांपा महाविकास आघाड़ी में स्वीकार करेगी। मैंने शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी के गठबंधन को लेकर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के बयान को देखा है। उनका बयान मेरे लिए नया नहीं है। हम दोनों का झगड़ा काफी पुराना है। लेकिन हम दोनों में खेत के बंटवारे को लेकर झगड़ा नहीं है बल्कि नेतृत्व करने और दिशा को लेकर झगड़ा है। फिर भी मैं अपेक्षा व्यक्त करता हूं कि राकांपा हमारे साथ गठबंधन में रहेगी। उल्लेखनीय है कि रविवार को पवार ने शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी के बीच गठबंधन के सवाल पर कहा था कि मुझे इस बारे में नहीं मालूम है। मैं इस चक्कर में पड़ता भी नहीं हूं। आंबेडकर ने कहा कि हमारे और शिवसेना के बीच हुए गठबंधन से चुनावी राजनीति में बदलाव की शुरुआत है। शिवसेना ने हमें प्रबोधनकार ठाकरे के हिंदुत्व की विचारधारा पर चलने का वादा किया है। जिस पर हमें कोई एतराज नहीं है। आंबेडकर ने कहा कि महाराष्ट्र की सत्ता 169 परिवार के इर्द-गिर्द रहती है। इसमें अब 10 परिवार की और बढ़ोतरी हुई है। महाराष्ट्र में जैसे-जैसे रिश्ते और नाते की राजनीति बढ़ी है वैसे-वैसे बुनियादी मुद्दे दूर होते चले गए हैं।
मोदी का भी अंत होगा- प्रकाश आंबेडकर
आंबेडकर ने कहा कि जीवन में कोई अमर पट्टा लेकर नहीं आया है। एक दिन सबका अंत होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी एक दिन अंत होगा। लेकिन दुर्भाग्य से मोदी ने भाजपा के भी राजनीतिक नेतृत्व को खत्म कर दिया है। भाजपा में किसी को बढ़ने नहीं दिया है। मुझे केंद्र सरकार के कई मंत्री बताते हैं कि उनके पास केवल फाइलों को उठाने का काम रहता है। आंबेडकर ने कहा कि आपदा में राजनीति नेतृत्व तैयार होता है लेकिन फिलहाल देश में कोई आपदा आती है तो मुझे कोई नया नेतृत्व नजर नहीं आता है। आंबेडकर ने कहा कि हम महाराष्ट्र के अलावा दूसरे प्रदेश के क्षेत्रिय दलों को भी हमारा समर्थन रहेगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के माध्यम से राजनीतिक नेतृत्व खत्म करने की कोशिश की जा रही है।
पुराने अनुभव के कारण कांग्रेस छाछ भी फूक कर पी रही है- नाना पटोले
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी के बीच हुए गठबंधन को लेकर हमारी भूमिका सकारात्मक है। कांग्रेस का वंचित बहुजन आघाड़ी को लेकर कोई विरोध नहीं है। लेकिन वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर के साथ कांग्रेस के पुराने अनुभव अच्छे नहीं है। इसलिए कांग्रेस छाछ भी फूक-फूक कर पी रही है। मगर कांग्रेस जब दोस्ती का हाथ आगे करेगी तो पीछे नहीं हटेगी। उद्धव ने मुझसे वंचित बहुजन आघाड़ी से गठबंधन को लेकर बात की है। लेकिन उन्होंने मुझे आंबेडकर का कोई प्रस्ताव नहीं दिया है।
विस्तृत ब्यौरा मिलने के बाद स्पष्ट करेंगे भूमिका- जयंत पाटील
प्रदेश राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि हमें उद्धव ठाकरे की प्रकाश आंबेडकर के बीच हुए चर्चा का विस्तृत ब्यौरा नहीं मिल पाया है। इसलिए जब उद्धव हमें बताएंगे कि उनकी प्रकाश आंबेडकर से क्या चर्चा हुई है? इसके बाद ही राकांपा अपनी भूमिका स्पष्ट करेगी।
उद्धव ने आंबेडकर की प्रखर हिंदू विरोधी भूमिका को स्वीकारा - चंद्रशेखर बावनकुले
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे इतने नीचे गिर गए हैं कि हिंदुत्व का प्रखर विरोध करने वाले वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर से गठबंधन किया है। उद्धव का गठबंधन का फैसला विनाशकाले विपरीत बुद्धि है। अब शिवसेना के बचे हुए कार्यकर्ता भी उद्धव का त्याग कर देंगे। बावनकुले ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उद्धव एमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी से भी गठबंधन कर सकते हैं।
मेरी उन्हें शुभकामना है- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी के बीच हुए गठबंधन पर ज्यादा कुछ टिप्पणी करने से बचते नजर आए। मुख्यमंत्री ने केवल इतना कहा कि मेरी उन्हें शुभकामना है।
दादर के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर भवन में दोपहर पत्रकार परिषद आयोजित हुई। जिसमें उद्धव और आंबेडकर शिवसेना और वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ गठबंधन का औपचारिक ऐलान हो गया है। इससे पहले रविवार को शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा था कि वंचित बहुजन आघाड़ी से गठबंधन को लेकर बालासाहेब की जयंती पर भूमिका स्पष्ट हो जाएगी।
Created On :   23 Jan 2023 5:05 PM IST