इंडस्ट्रीज में रॉ-मटेरियल की कमी, जो निर्माण हुआ है उसे बेचने की भी समस्या

Shortage of raw materials in industries, problem of selling the construction that has taken place
इंडस्ट्रीज में रॉ-मटेरियल की कमी, जो निर्माण हुआ है उसे बेचने की भी समस्या
इंडस्ट्रीज में रॉ-मटेरियल की कमी, जो निर्माण हुआ है उसे बेचने की भी समस्या

कोरोना इफेक्ट : अधिकांश औद्योगिक संस्थानों में होने लगी कर्मचारियों की कमी
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर के चलते औद्योगिक संस्थान एक बार फिर बंद होने की कगार पर आ गए हैं। इंडस्ट्रीज में रॉ-मटेरियल की कमी होने के साथ ही अब लेबरों की समस्या भी सामने आने लगी है। आसपास के राज्यों में सख्ती बरती जा रही है और लॉकडाउन बढ़ाया जा रहा है, उस हालात के मद्देनजर उद्योगपतियों के सामने निर्माण सामग्री बेचने की भी समस्या आ रही है। एक तरफ पुराना स्टॉक रखा हुआ है जिसके लिए बाजार तैयार नहीं होने से इंडस्ट्रियों के सामने संकट पैदा हो गया है।रिछाई, अधारताल, उमरिया-डुंगरिया और मनेरी इन सभी क्षेत्रों में एक जैसे हालात हैं। किसी तरह लंबे समय बाद इंडस्ट्री चालू हुई थी। इकाई लगाने वालों को यह उम्मीद थी कि हालात सामान्य हो गए हैं, तो व्यापार की गति और कामकाज बढ़ाने की मंशा से सभी ने बड़ी मात्रा में मटेरियल मँगाकर उत्पादन कर लिया। ऐन वक्त पर लॉकडाउन लगने से व्यापारियों का आना-जाना बंद हो गया, इससे जो सामग्री यहाँ से भेजी गई उसकी पेमेंट तक फँस गई है।
श्रमिकों का पलायन भी जारी 
 जिले व्यापारियों का कहना है पिछले माह शादी की खरीदी की उम्मीद कर रहे थे मगर अचानक कोरोना के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाउन लगने के बाद अब कारोबार पूरी तरह चौपट हो गया है। अब आम-आदमी घर में ही रहना पसंद कर रहा है।  इंडस्ट्रियों में बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की लेबर काम करती है। यह कहा जा सकता है कि 10 फीसदी श्रमिक अगर इंडस्ट्री क्षेत्र में रहते हैं, तो 90 फीसदी श्रमिक बाहर व आसपास के क्षेत्रों से आते हैं। शहर में कोरोना पॉजिटिव की बढ़ती संख्या के कारण अब आसपास के श्रमिकों का पलायन भी शुरू हो गया है।
सजा रह गया शादी बाजार 
 बढ़ते संक्रमण के बीच सबसे ज्यादा प्रभावित शादी बाजार हो गया है। जिस बाजार में पिछले माह तक तेजी देखने को मिल रही थी, उस बाजार में सन्नाटा पसर गया है। सराफा कारोबार में पूरी तरह से गिरावट आ गई है। इसके अलावा कपड़े व शादी समारोह से जुटी अन्य सामग्रियों के बाजार भी सिमट कर रह गए हैं। 

Created On :   20 April 2021 3:30 PM IST

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