गडकरी बोले- परंपरागत खेती से काम नहीं चलेगा, गन्ना उगाओ हालत सुधारो

Should leave traditional farming, grow sugarcane - Gadkari
गडकरी बोले- परंपरागत खेती से काम नहीं चलेगा, गन्ना उगाओ हालत सुधारो
गडकरी बोले- परंपरागत खेती से काम नहीं चलेगा, गन्ना उगाओ हालत सुधारो

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ में किसान आत्महत्या रोकने के लिए कृषि पूरक व्यवसाय व फसल में बदलाव का आव्हान किया है। खासकर पूर्व विदर्भ में किसानों की आर्थिक हालत सुधारने के लिए उन्होंने परंपरागत खेती को छोड़कर नए बदलाव को स्वीकार करने को कहा है। गडकरी ने कहा है कि परंपरागत खेती से काम नहीं चलनेवाला है। पूर्व विदर्भ के सभी 6 जिलों में गन्ने की फसल को बढ़ावा देना होगा। गन्ना उगाओ, हालत सुधारो। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व विदर्भ में 6 हजार एकड़ में गन्ना उत्पादन के लक्ष्य के साथ काम करने की आवश्यकता है। रेशमबाग मैदान में चल रही एग्रोविजन कृषि प्रदर्शनी के तहत सुरेश भट सभागृह  में आयोजित गन्ना उत्पादन विषय पर कार्यशाला में गडकरी बोल रहे थे। मंच पर गन्ना खेती मामले के विशेषज्ञ सुरेश माने, पूर्ति समूह के संचालकर विजयराव मुडे, जयकुमार वर्मा, हेमराज कापगते, अनिल जोशी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने पूर्व विदर्भ में 6 हजार एकड़ में गन्ना उत्पादन का दिया लक्ष्य

गडकरी ने कहा कि पूर्व विदर्भ में प्रति एकड़ 100 टन गन्ने का उत्पादन होने लगा है। ऐसे 100 उत्पादकों का एग्रोविजन में सत्कार किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि पूर्व विदर्भ में सबसे अधिक धान व गेहूं की फसल होती है। सरप्लस उत्पादन के कारण इन कृषि उपज को अधिक भाव नहीं मिल पाता है। गडकरी ने कहा कि धान के तने से जैविक खाद व इथेनाल बनाने की बड़ी योजना पर काम चल रहा है। पूर्व विदर्भ को डीजलमुक्त करने का भी लक्ष्य रखा गया है। इथेनाल से वाहन चलने लगेंगे तो डीजल की मांग नहीं रहेगी। लेकिन पर्यायी खेती की ओर भी जाना होगा। गन्ना उत्पादन बड़ी  राहत दे सकता है। कार्यशाला में 18 किसानों का सत्कार किया गया। मानस के माध्यम से गन्ना उत्पादक किसानों के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों की भी उन्होंने सराहना की। प्रस्तावना समय बंसाेड ने रखी। संचालन चंद्रकांत अलोनी ने किया।
 

Created On :   25 Nov 2019 1:00 PM GMT

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