श्रमदान और चंदा करके जर्जर सडक़ चलने लायक बनाई

Shramdaan and donations made a shabby road
श्रमदान और चंदा करके जर्जर सडक़ चलने लायक बनाई
श्रमदान और चंदा करके जर्जर सडक़ चलने लायक बनाई

अफसरों और जनप्रतिनिधियों ने नहीं सुनी गुहार तो मरम्मत करने स्वयं जुट गए ग्रामीण
डिजिटल डेस्क  बाकल  कटनी । 
जहां चाह हो वहां राह निकल ही आती है। यह राह निकालने का काम बहोरीबंद तहसील के खम्हरिया पंचायत के दर्जनों ग्रामीणों ने स्वयं के बलबूते पर कर दिखाया। दरअसल गांव से खेत तक जाने के लिए तेरह वर्ष पहले बनाई गई तीन किलोमीटर की कच्ची सडक़ के खस्ताहाल हो चुकी थी। सडक़ के  सुधारने की मांग पिछले कई वर्ष से ग्रामीण कर रहे थे। जिसमें कभी बजट की कमी तो कभी इस सडक़ को अनुपयोगी बताने का काम अफसर और जनप्रतिनिधि करते रहे। दरअसल दर्जनों के किसानों को खेतों तक पहुंचने के लिए यह इकलौती सडक़ है। हर साल बारिश के सीजन में किसानों का खेतों तक पहुंचना मुश्किल होता था। इस सीजन में यही हाल था, तब ग्रामीणों ने तय किया कि अब वे स्वयं श्रमदान औऱ चंदा से इस सडक़ का सुधार करेंगे। देखते-देखते दर्जनों लोग इस अभियान से जुड़ेे और सडक़ को चलने लायक बनाकर अफसरों और जनप्रतिनिधियों को आईना दिखाया।
पसीना बहाया,  वाहन भी लगाए
सडक़ की हालत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी थी। ग्राम पंचायत ने सडक़ की मरम्मत कराने से हाथ खड़े कर लिए थे। तीन किलोमीटर लम्बी सडक़ की मरम्मत के लिए फंड भी अधिक लगना था। ग्रामीण बताते हैं कि सभी लोगों ने अपनी आर्थिक स्थिति के हिसाब से जनभागीदारी के रुप में राशि एकत्र की। जिनके पास ट्रैक्टर थे, उन्होंने वाहन लगा दिए। बोल्डर, पत्थर, गिट्टी, मुरुम एवं अन्य मटेरियल लाया गया। एक सप्ताह की मेहनत सडक़ों में दिखने लगी और जनसहयोग के मरहम ने सडक़ के गढ्डों को भर दिया।
अब सरपट निकलेंगे वाहन
ग्रामीणों के अनुसार अब सडक़ पर किसान आसानी से आवागमन करेंगे है और वाहन भी सरपट दौंडेंगे।  राकेश पटैल, नरेश साहू, बल्देव पटैल, मंतु, हरिशंकर पटैल, मलेश पटैल, निरपत सिंह, बद्री प्रसाद, गनपत सिंह एवम अन्य ग्रामीणों का कहना है कि इस कार्य से हमें खुशी मिली है। सबसे अच्छी बात यह है कि सडक़ के सुधार कार्य ने हम सभी ग्रामीणों के बीच एकता को और अधिक मजबूत किया है। इस सडक़ का पूरे गांव के किसान उपयोग करते है। गांव के अंतिम छोर में किसानों के खेत और खलिहान हैं। ऐसे में अब आसानी से वे अपने वाहन खेत तक ले जा सकेंगे।
पंचायत ने प्रस्ताव भी नहीं बनाया
ग्राम पंचायत खम्हरिया के प्रभारी सचिव संतोष सिंह लोधी के अनुसार उक्त मार्ग का निर्माण खेत सडक़ योजना से किया था। उक्त योजना बंद हो चुकी है, इसमें शासकीय मद से काम कराने  के लिए जनपद पंचायत से अनुमति लेना पड़ती हैख् जिससे सडक़ की मरम्मत नहीं की जा सकी। सडक़ के सुधार के लिए अभी कोई प्रस्ताव भी नहीं बना है।
 

Created On :   27 July 2020 6:11 PM IST

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