एसआईटी करेगी रज्जाक के फर्जीवाड़े की जाँच, शिक्षा विभाग के अफसर भी टीम में होंगे शामिल

SIT will investigate Razzaqs fraud, education department officials will also join the team
एसआईटी करेगी रज्जाक के फर्जीवाड़े की जाँच, शिक्षा विभाग के अफसर भी टीम में होंगे शामिल
12 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ धोखाधड़ी का मामला एसआईटी करेगी रज्जाक के फर्जीवाड़े की जाँच, शिक्षा विभाग के अफसर भी टीम में होंगे शामिल

डिजिटल डेस्क जबलपुर। दस्तावेजों में जालसाजी करके स्कूल की मान्यता लेने के मामले में फँसे हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक समेत 12 लोगों के खिलाफ दर्ज हुए धोखाधड़ी के प्रकरण की जाँच के लिए एसआईटी गठित की जाएगी, जिसमें पुलिस के साथ शिक्षा िवभाग के एक्सपट्र्स को भी शामिल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जाँच में कई शासकीय अधिकारी-कर्मचारी भी पुलिस के िनशाने पर हैं, जिनके संबंध में पुख्ता प्रमाण जुटाए जा रहे हैं। जाँच में कई और लोगों को इस प्रकरण में आरोपी बनाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है िक िजला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने िशकायत की थी िक नया मोहल्ला ओमती में अब्दुल वहीद एजुकेशन एवं वेलफेयर सोसायटी द्वारा लिटिल चैम्प स्कूल संचालित है। स्कूल को बंद करने संबंधी आवेदन छह अप्रैल 2021 को बीआरसी कार्यालय भेजा गया था। बीआरसी ने स्कूल की मान्यता संबंधी दस्तावेजों की जाँच कराई तो पता चला कि स्कूल की मान्यता प्राप्त करने के लिए अब्दुल वहीद एजुकेशन एवं वेलफेयर सोसायटी ने जो दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, वे कूटरचित थे। सोसायटी में सदस्यों की संख्या 12 इनमें अध्यक्ष मो. अब्बास समेत आनंद शर्मा, मो. रियाज, सतीशवर चंचल, मो. शाहबुद्दीन, अब्दुल रज्जाक, मो. मेहमूद, अब्दुल खालिक, शशिकांत झारिया, दीपक पोरे, जितेश कुमार कुंदवानी, मो. सफीउद्दीन बताई गई थी।
जाँच में मिले सिर्फ सात पदाधिकारी
जिला शिक्षा अधिकारी ने अब्दुल वहीद एजुकेशन एवं वेलफेयर सोसायटी की जाँच के लिए सहायक रजिस्ट्रार फर्म एंड सोसायटी से पत्राचार किया। इसमें पता चला कि सोसायटी में कुल 7 सदस्य हैं, जिसमें मो. अब्बास अध्यक्ष, आनंद शर्मा, मो. रियाज, सतीशवर चंचल, मो. शाहबुद्दीन, दीपक पोरे व मो. मेहमूद शामिल हैं। इनका कार्यकाल 10 जनवरी 2019 से नौ जनवरी 2021 तक है जबकि मान्यता संबंधी दस्तावेजों में 12 सदस्यीय सोसायटी को एक अप्रैल 2021 से प्रबंधन का कार्य सौंपना बताया गया था। उक्त जानकारी से स्पष्ट हुआ कि स्कूल की मान्यता प्राप्त करने के लिए सोसायटी सदस्यों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी की थी। फर्जी दस्तावेजों पर मान्यता लेकर स्कूल का संचालन किया जाता रहा। जिला शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट पर लार्डगंज पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक उर्फ रज्जाक पहलवान समेत सभी 12 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की थी।  
हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक समेत 12 लोगों के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के प्रकरण की जाँच के लिए अलग से एसआईटी गठित की जा रही है। एसआईटी में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा।
-सिद्धार्थ बहुगुणा, एसपी

 

Created On :   1 Jan 2022 11:02 PM IST

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