कोरोना संकट में सकारात्मक बने रहें औद्योगिक निवेश से सुधरेगी स्थिति

Situation will improve by Industrial investment in Corona crisis - Gadkari
कोरोना संकट में सकारात्मक बने रहें औद्योगिक निवेश से सुधरेगी स्थिति
कोरोना संकट में सकारात्मक बने रहें औद्योगिक निवेश से सुधरेगी स्थिति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संकट से उबरने के लिए सकारात्मक बने रहने का आह्वान करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन व एमएसएमई मामलों के मंत्री नितीन गडकरी ने कहा है कि विकास की नई दिशा में तेजी से आगे बढ़ना होगा। औद्योगिक निवेश से ही देश का आर्थिक विकास होगा। स्मार्ट विलेज की संकल्पना के तहत गांवों में नए उद्योग लगेंगे। गांवों के विकास से सकल घरेलू उत्पाद बढ़ने के साथ ही अर्थव्यवस्था में ढांचागत विकास होगा। 

विदेशी निवेश बढ़ाने के लिए श्रम कानून में बदलाव की पहल को उन्होंने उचित कहा। विदेशी तकनीक को बढ़ावा देने को भी उन्होंने जरूरी कहा। उनका कहना है कि समय के साथ बदलाव होना चाहिए। बदलाव लॉ आफ नेचर अर्थात प्रकृति का नियम है। शनिवार को दैनिक भास्कर समूह के संपादकों से वीडियो कांफ्रेंस में गडकरी बोल रहे थे। विविध योजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही देश में आर्थिक विकास की शुरुआत होगी। 

लॉकडाउन को लेकर प्रतिबंध के अलग-अलग जिलों के अलग-अलग निर्णयों को गडकरी ने उचित ठहराया है। उन्होंने कहा कि परिस्थिति के अनुसार प्रतिबंध व राहत के निर्णय लिए जाते हैं, लिहाजा इन मामलों में यह प्रश्न उठाना भी ठीक नहीं होगा कि सरकारों या प्रशासन में समन्वय नहीं है। लॉकडाउन को लेकर केंद्र व राज्य सरकारों में समन्वय नहीं होने के सवाल उठ रहे हैं। साथ ही जिला स्तर पर प्रशासन या प्रशासनिक अधिकारी अपने स्तर पर निर्णय ले रहे हैं।

इन मामलों पर गडकरी ने कहा कि संकट के मुकाबले में समाजवादी दृष्टिकोण संभव नहीं है। नागपुर जिले में ही देखा जाए, तो ग्रामीण के 6 विधानसभा क्षेत्र में कोरोना का प्रभाव अधिक नहीं पाया गया है। शहर में 6 में से 2 विधानसभा क्षेत्र में ही अधिक प्रभावित हैं। इन दो विधानसभा क्षेत्रों में भी दो से तीन क्षेत्र में प्रभाव पाया गया है। ऐसे में परिस्थिति देखकर निर्णय लिया जाना ठीक है।

विकास के लिए जरूरी बाते

आर्थिक विकास के लिए गांवों में औद्योगिक निवेश बढ़ाएंगे। 350 इंडस्ट्रियल क्लस्टर लाने की तैयारी है।
स्क्रैप पालिसी ला रहे हैं, ताकि पुराने वाहनों को हटाकर नए वाहन लाए जा सकें। भारत को ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएंगे। फिलहाल ऑटोमोबाइल सेक्टर में 4.50 लाख करोड़ का निवेश है। 1.45 लाख करोड़ का कारोबार है।
इकोनॉमी वार से जूझना होगा। राज्य सरकार कर्मचारियों को वेतन देने की स्थिति में नहीं है।
सकारात्मक रहें। 10-15 दिन में कोरोना उपचार की वैक्सीन आ सकती है।
खादी ग्रामोद्योग में निधि की जरूरत है। फिलहाल इस विभाग ने 88 हजार करोड़ का कारोबार किया है। नागपुर में खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से पीपीई किट व मास्क बनाकर निर्यात किए गए। 
मोटर व्हीकल एक्ट लागू रहेगा। तमिलनाडु में लागू हुआ। वहां लॉकडाउन से पहले 35 से 40 प्रतिशत हादसों में मौत के मामले घटे।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों का विस्तार होगा। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना सीमा पर पुल का निर्माण चल रहा है। अन्य कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से चर्चा की गई है।
उद्योग पूरी तरह से मजदूरों पर निर्भर नहीं होते हैं। 10 से 20 प्रतिशत मजदूर से ही उद्योग चलते हैं। मजदूर लौट रहे हैं। उन्होंने लौटाने के लिए कलेक्टरों के पास निवेदन करने से अनुमति मिलने की व्यवस्था हो रही है।
पुराने वाहन में ईंधन अधिक लगता है। मेंटेनंेस व कास्ट भी अधिक रहती है। प्रदूषण बढ़ता है। नए वाहन चलाना सस्ता व प्रदूषण मुक्त होगा। 
महामार्गों के विकास कार्य शुरू होंगे। 22 में से 7 महामार्गों का काम चल रहा है। राज्य में 170 में से 162 काम चल रहे हैं। 
श्रम कानून में बदलाव आवश्यक है। इससे विदेशी निवेश बढ़ेगा। अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के अनुकुल श्रम कानून बनाना होना। मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश की सरकार की तरह अन्य राज्य भी इसमें योगदान दें। 
 

Created On :   24 May 2020 5:05 PM IST

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