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विकास की धीमी चाल, चार बड़े प्रोजेक्ट से अटके कई कार्य
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन नागपुर मेट्रो परियोजना को पांच वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य दिया था, जिसकी मियाद दिसंबर 2020 तक है। इसके साथ ही महामेट्रो शहर के अन्य प्रोजेक्ट पर भी कार्य कर रही है, जिसमें मेट्रो रेल भी जुड़ी हुई है। ज्यादातर प्रोजेक्ट फ्लाईओवर के हैं। महामेट्रो एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी और रेलवे के साथ भी प्रोजेक्ट कर रही है। महामेट्रो इस वर्ष नागपुर मेट्रो रेल परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए पुरजोर प्रयास कर रही है। इसके बावजूद कई योजनाएं देरी से चल रहे हैं जिनकी समय सीमा बढ़ाई गई हैं। मेट्रो से संबंधित निर्माणकार्य में सबसे महत्वपूर्ण वर्धा फ्लाईओवर, मनीषनगर आरयूबी और कामठी रोड फ्लाईओवर है। इसके साथ ही रीच-3 का सीताबर्डी से लोकमान्य नगर तक मेट्रो चलाने के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन उसका उद्घाटन नहीं होने के कारण उसे भी शुरू नहीं कर पा रहे हैं। रीच-3 हिंगना मार्ग पर पिछले वर्ष ही मेट्राे चलाने की योजना थी जाे पूरी नहीं हो पाई।
वर्धा फ्लाईओवर
मेट्रो ने अजनी से प्राइड होटल तक राष्ट्रीय महामार्ग का विकास करने की भी जिम्मेदारी ली है। प्लानिंग के अनुसार डबल डेकर में सबसे ऊपर मेट्रो फिर नीचे हाईवे और सबसे नीचे लोकल सड़क रहने वाली है। इस कार्य को पूरा करने के लिए एनएचएआई को मेट्रो को 480 करोड़ रुपए देने हैं। इस फ्लाइओवर को 2019 के जून माह तक पूरा करना था लेकिन अब इसे इस वर्ष अप्रैल तक पूरा होने की डेडलाइन रखी गई है।
मानस चौक-जयस्तंभ पुलिया
मानस चौक से जयस्तंभ चौक तक रेलवे स्टेशन के सामने की पुलिया को तोड़ कर वहां 6 लेन रोड बनाने का कार्य भी महामेट्रो को दिया गया है। लेकिन अभी तक इसमें कोई कार्य नहीं हो पाया है। इसमें पुलिया के नीचे की दुकानों को दूसरी जगह स्थानांतरण करने का कार्य मनपा कर रही है। इसके बाद महामेट्रो पुल तोड़ने और 6 लेन रोड का कार्य करेगी। जिसमें सालों लगेंगे।
कामठी रोड फ्लाईओवर
इस फ्लाईओवर में एनएचएअाई, रेलवे और मेट्रो तीनों के हिस्से हैं। राष्ट्रीय महामार्ग होने के कारण इसमें नेशनल हाईवे और गड्डीगोदाम में बीच में रेलवे पुल आने के कारण यह चार लेयर वाला पहला फ्लाईओवर है। यह एलआईसी स्क्वायर से शुरू होकर और ऑटोमोटिव स्क्वायर पर समाप्त होगा। इसकी कुल लागत 573 करोड़ रुपए है। अभी तक इसकी डेडलाइन ही निश्चित नहीं की गई है क्योंकि इसमें पहले एनएचएआई से अनुमति लेने मे देरी हुई फिर रेलवे पुल होने के कारण हाल ही में रेलवे ने ड्राइंग फाइनल की है। अब कार्य शुरू हो पाया है।
मनीष नगर आरयूबी
मनीष नगर और आसपास की बस्तियों से वर्धा रोड तक आने के लिए रेलवे फाटक को पार करना था। इसके लिए आरयूबी और आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया। मनीषनगर रेलवे पुलिया के टूलेन आरयूबी की लंबाई 500 मीटर है। इस पुल की पहले भी डेडलाइन निकल चुकी थी। जिसके बाद दिसंबर 2019 तक इसे पूरा करना था। अब इसे अप्रैल माह तक पूरा करने की अंतिम तिथि निश्चित की गई। इसमें बारिश के कारण देरी हुई क्योंकि आरयूबी होने के कारण यहां पानी भर जाता था।
समय पर पूरा करने का प्रयास जारी
मनीष नगर आरयूबी में बारिश के कारण देरी हुई है। गड्डीगोदाम पुलिया में एनएचएआई और रेलवे की अनुमति के कारण देरी हुई। मानस चौक से जयस्तंभ चाैक तक रेलवे स्टेशन के सामने पुलिया का कार्य पीडब्ल्यूडी है उसका कार्यान्वयन महामेट्रो कर रही है। वर्धा फ्लाईओवर का कार्य लगभग पूरा हो ही गया है। सभी कार्य को समय पर ही पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। - अखिलेश हलवे, डीजीएम (कॉर्पोरेट), महामेट्रो नागपुर परियाेजना
Created On :   22 Jan 2020 11:47 AM IST