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सरकारी सेक्टर के पेंडिंग बिलों को लेकर टेंशन में लघु उद्योग, गडकरी ने कहा संयम रखें
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संकट ने न केवल सामान्य नागरिक बल्कि छोटे बड़े उद्यमी व उद्योगों को भी बुरी तरह से चिंता में डाल दिया है। लाकडाऊन और उसके बाद की स्थिति को लेकर हर ओर चिंता की लकीर दिख रही है। लघु व मझोले स्तर के उद्योगों को चिंता है कि वह सरकारी सेक्टर के लंबित बिलों को कैसे चुका पाएंगे। लघु सूक्ष्म व मध्यम उद्योग मामलों के मंत्री नितीन गडकरी ने इस मामले में संयम रखने को कहा है। यूनाइटेड स्टेट के प्रेसीडेंट रिचर्ड निक्शन के कथन को दोहराते हुए गडकरी ने कहा है – व्यक्ति तब समाप्त नहीं हो जाता है जब वह पराजित होता है, वह तब समाप्त हो जाता है जब मैदान छोड़ देता है।
गडकरी ने कहा संयम रखें
केंद्रीय मंत्री गडकरी लघु उद्योगों को संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उद्योगपतियों से उन्होंने कहा है कि हर तरफ संकट है। सरकार भी अछूती नहीं रह सकी है। कोविड 19 के प्रभाव में वित्तीय संकट के अलावा कई संकट है। कुछ राज्य सरकारें तो अपने कर्मचारियों को वेतन भी दे पाने की स्थिति में नहीं है। बुधवार को गडकरी उद्योगपतियों को संबोधित कर रहे थे। नागपुर से वीडियो कांफरेंस के माध्यम से संबोधन में उन्होंने एमएसएमई अर्थात लघु सूक्ष्म व मध्यम उद्योग की स्थिति की जानकारी भी ली। उद्योग क्षेत्र के लोगों का कहना था कि एमएसएमई के लगभग 40 हजार करोडर रुपये सार्वजनिक उपक्रम क्षेत्र की ईकाईयों में लंबित है। स्वास्थ्य विभाग जैसे सार्वजनिक उपक्रम क्षेत्र ये बिल क्लियर नहीं कर पा रहे हैं। गडकरी ने कहा कि सभी संयम व संतुलन रखे। उद्योग क्षेत्र के लोगों को खास तौर पर संतुलन रखते हुए संकट को समझना होगा। सरकार भी वित्तीय संकट झेल रही है। बैँकिंग सेक्टर पर भी बड़ा प्रभाव पड़ा है।
Created On :   16 April 2020 11:41 AM IST