सिकलसेल पीड़ितों को शिक्षा में दें प्राथमिकता

Social Responsibility: Give priority to sickle cell victims in education
सिकलसेल पीड़ितों को शिक्षा में दें प्राथमिकता
सामाजिक जिम्मेदारी सिकलसेल पीड़ितों को शिक्षा में दें प्राथमिकता

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सिकलसेल बाधितों की शिक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह सभी की सामाजिक जिम्मेदारी है। सिकलसेल मरीजों को बार-बार रक्त देना पड़ता है। उनके लिए रक्तदान करने और सिकलसेल को नियंत्रित करने सभी को आगे आना चाहिए। ऐसा प्रादेशिक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य डॉ. श्रीराम गोगुलवार ने कहा। 

सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधा

शनिवार 11 से 17 दिसंबर तक सिकलसेल नियंत्रण व जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सिकलसेल से संबंधित विविध विषयों पर प्रकाश डाला गया। बताया गया कि यह अनुवांशिक बीमारी है। इसके नियंत्रण की अत्यंत आवश्यकता है। यह जिम्मेदारी सभी को निभानी चाहिए। पूर्व विदर्भ में इसका प्रमाण सर्वाधिक है, इसलिए जिले के सभी प्राथमिक उपचार केंद्र, ग्रामीण अस्पताल, डागा अस्पताल में जांच की व्यवस्था की गई है।

पहचान पत्र दिया जाएगा 

सिकलसेल जांच के दौरान पॉजिटिव आने वाले रक्त के सैंपलों की इलेक्ट्रोफोरोसिस व आवश्यकतानुसार एलपीएलसी जांच की जा रही है। गर्भावस्था के दौरान पहले तीन महीने में विशेष पद्धति से जांच की सुविधा कुछ अस्पतालों में की गई है। डागा अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए डे-केयर सेंटर कार्यरत है। सेंटर में वाहक व मरीजों के अलावा विवाह पूर्व परिवार नियोजन, नियमित उपचार आदि पर समुपदेशन व औषधोपचार किया जा रहा है। िसकलसेल मरीजों को महाराष्ट्र राज्य रक्त संक्रमण परिषद का पहचानपत्र बनाकर दिया जाएगा। 

Created On :   12 Dec 2021 5:37 PM IST

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