कहीं हफ्ते में भर में चार बार सैनिटाइजेशन, तो कहीं एक भी बार नहीं पहुंची टीम

Somewhere in a week, sanitization four times, then not a single team reached anywhere
कहीं हफ्ते में भर में चार बार सैनिटाइजेशन, तो कहीं एक भी बार नहीं पहुंची टीम
कहीं हफ्ते में भर में चार बार सैनिटाइजेशन, तो कहीं एक भी बार नहीं पहुंची टीम

अब तक 25 हजार लीटर सोडियम हाईपा क्लोराईड का हो चुका है छिड़काव, घनी एवं स्लम बस्तियां अछूती
डिजिटल डेस्क कटनी ।
कोरोना वायरस संक्रमण से शहर को बचाने नगर निगम द्वारा लगातार सैनिटाइजेशन के दावे किए जा रहे हैं। नगर निगम का यह अभियान कुछ खास मकानों, कालोनियों एवं वार्डों तक ही सीमित है। शहर को सैनिटाइज करने में लगी नगर निगम की टीम की कार्यप्रणाली पर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं लेकिन जिम्मेदार ध्यान देने के बजाय अनदेखी करते रहे।  सैनिटाइजेशन में अब तक लगभग 25 हजार लीटर सोडियम हाइपो क्लोराइड खप चुका है पर शहर की गरीब बस्तियां, स्लम एरिया एवं ऐसे इलाके अछूते रहे गए, जहां प्रभावशाली लोग नहीं निवास करते है।
दावेदारों के आगे नत मस्तक
नगर निगम की सैनिटाइजेशन टीम पार्षद पद के भावी दावेदारों, पूर्व पार्षदों के आगे नत मस्तक है। बताया जाता है कि सैनिटाइजेशन टीम प्रभारी इन्ही के इशारों पर नाचने विवश हैं। ऐसे दावेदार और पूर्व पार्षद मनमर्जी से सैनिटाइजेशन करा रहे हैं। यही कारण है कि कहीं तो हर दिन सैनिटाइजेशन हो रहा तो कहीं महीनों टीम के दर्शन नहीं होते हैं। वहींहोटलों, प्राइवेट अस्पतालों बारातघरों, अधिकारियों नेताओं के बंगलों और व्यापारियों की कोठियों में नगर निगम खर्चेे सैनिटाइजेशन किया जा रहा है लेकिन गरीबों की बस्तियों में जाने की जरुरत नहीं समझी जाती है।
किराना दुकान में तीन बार पहुंची टीम
नगर निगम की टीम की कार्यप्रणाली पर इसलिए भी उंगली उठ रही हैं क्योंकि एनकेजे एरिया में एक किराना दुकान में सप्ताह में तीन बार सैनिटाइजेशन किया गया। यहां दुकान के सामने ही नहीं वरन पूरे दुकान संचालक मकान, चार पहिया वाहन सहित पूरे मार्केट का सप्ताह भर में तीन बार नगर निगम की टीम ने सैनिटाइजेशन किया। यहां 14, 16, 19 एवं 20 अक्टूबर को लगातार चार दिन सैनिटाइजेशन टीम पहुंची। इसी तरह शहर के अन्य क्षेत्रों का हाल है। जहां सैनिटाइजर प्रभारी द्वारा कुछ खास लोगों को उपकृत किया जा रहा है। अब तक नगर निगम द्वारा सैनिटाइजेशन में 25 हजार लीटर सोडियम हाइपो क्लोराइड खर्च किया जा चुका है। पहले यह कीटनाशक 20 रुपये लीटर खरीदा गया अब गुजरात से निशुल्क आ रहा है, इसमें नगर निगम को केवल परिवहन व्यय लग रहा है।
अछूते हैं व्यवसायिक क्षेत्र
संक्रमण का खतरा ज्यादातर भीड़भाड़ वाले इलाकों में रहता है लेकिन सैनिटाइजेशन से शहर के व्यवसायिक एवं व्यस्तम इलाके अछूते हैं। झंडा बाजार, गोल बाजार, घंटाघर, नई बस्ती, रघुनाथगंज, गांधीगंज, आदि क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन टीमें देखने नहीं मिलती हैं। जबकि शहर में सैनिटाइजेशन के लिए नगर निगम ने चार वाहन भी किराए पर ले रखे हैं। इनकी सेवाएं तो कुछ खास एरिया एवं प्रभावशाली लोगों के बंगलों में दी जा रही हैं।
इनका कहना है
 जिन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव केस आते हैं वहां प्राथमिकता से सैनिटाइजेशन किया जाता है। इसके अलावा जहां से लोगों की मांग होती है वहां भी सैनिटाइजेशन टीमें भेजी जाती हैं।
  पंकज निगम प्रभारा सैनिटाइजेशन टीम
 

Created On :   21 Oct 2020 6:15 PM IST

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