पिता का ऑटो छुड़ाने बेटे ने फोड़ा गुल्लक, अधिकारी ने सिक्के लौटाकर खुद भरा चालान

Son broke the piggy bank to free fathers auto, officer paid fine
पिता का ऑटो छुड़ाने बेटे ने फोड़ा गुल्लक, अधिकारी ने सिक्के लौटाकर खुद भरा चालान
हमदर्द बनी वर्दी पिता का ऑटो छुड़ाने बेटे ने फोड़ा गुल्लक, अधिकारी ने सिक्के लौटाकर खुद भरा चालान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वर्दी बनी हमदर्द, पुलिस की दरियादिली सामने आई है। एक मासूम बच्चे की बात सुनकर एक पुलिस अधिकारी ने न सिर्फ उसके पिता के जब्त ऑटो काे छोड़ा, बल्कि उस ऑटो का दो हजार रुपए का चालान भी अपनी जेब से भरा। यह दरियादिली दिखाने वाले वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक का नाम अजय कुमार मालवीय है, जो सीताबर्डी यातायात पुलिस शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक हैं और उनके पास यातायात पुलिस विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त का प्रभार भी है।  

वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय कुमार मालवीय सीताबर्डी यातायात पुलिस ने कहा कि लोग अक्सर धार्मिक स्थल परिसर में रखी दानपेटी में पैसे डालते हैं। मेरी सोच है कि दानपेटी में पैसे डालने के बजाय किसी की मदद की जाए, जिसकी उसे जरूरत है। एक मासूम बच्चा अपने पिता का ऑटो छुड़ाने के लिए अपनी गुल्लक  फोड़कर पिता के साथ आया और कहने लगा कि साहब पूरे पैसे ले लो, लेकिन मेरे पापा का ऑटो छोड़ दो। उस मासूम की बातों ने दिल को झंझोड़ दिया। इसलिए मैंने खुद अपनी जेब से चालान के पैसे भरकर उसका ऑटो छुड़वा दिया।  

किराए का ऑटो चलाकर परिवार की परवरिश

4 दिन पहले सीताबर्डी यातायात पुलिस ने दुर्गा चौक येरखेड़ा कामठी निवासी रवि खडसे के ऑटो का सीताबर्डी इलाके में दो हजार रुपए का चालान बनाकर उसे जब्त कर लिया। रवि के पास पैसे नहीं थे। वह किराए का ऑटो चलाता है। इसी ऑटो की कमाई से उसके परिवार की परवरिश होती है। ऑटाे छुड़ाने के लिए पैसे कहां से लाएं, पति-पत्नी  इस सोच में डूबे थे। तभी रवि के मासूम बेटे ने अपना गुल्लक  फोड़ दिया और उसमें जमा पैसे अपने पिता को दिया। 10 अगस्त को रवि परिवार के साथ सीताबर्डी यातायात शाखा कार्यालय पहुंचा। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अजय कुमार मालवीय से उसने मुलाकात की। उसने ऑटो का चालान भरने के लिए चिल्लर पैसे से भरी प्लास्टिक की थैली दी। मालवीय ने पूछा इतने सारे चिल्लर पैसे कहां से लाया। रवि ने बेटे की ओर इशारा करते हुए कहा-साहब, बेटे ने गुल्लक में जमा किया था। गुल्लक फोड़ कर इसने पैसे दिए हैं कि पापा ऑटो छुड़ा लाओ। यह सुनकर मालवीय का दिल पसीज गया और उन्होंने उसके चिल्लर पैसे वापस कर दिए और खुद की जेब से दो हजार रुपए का चालान भरकर उसका ऑटो छोड़ दिया। रवि और उसका परिवार ऑटो वापस मिलने पर खुशी से अपने घर की ओर निकल पड़े।
 

 

Created On :   13 Aug 2021 1:36 PM IST

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