जल्द ही एयरपोर्ट की तरह नजर आएगा देश का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन

Soon the countrys oldest railway station will look like an airport
जल्द ही एयरपोर्ट की तरह नजर आएगा देश का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन
जल्द ही एयरपोर्ट की तरह नजर आएगा देश का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस का एयरपोर्ट की तर्ज पर विकास किया जाएगा। सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के आधार पर इस स्टेशन को इसके 90 साल पुराने स्वरूप में विकसित किया जाएगा। स्टेशन पर सभी तरह की आधुनिक और वाणिज्यिक सुविधाएं भी मिलेंगी। भारतीय स्टेशन रेलवे विकास निगम (आईआरएसडीसी) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्यकार्यकारी अधिकारी संजीव कुमार लोहिया ने बताया कि पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशिप एप्रेजल कमेटी की मंजूरी के बाद इसके लिए 20 अगस्त को रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन (आरएफक्यू) जारी कर दिया गया है। इसके लिए आवेदन 22 अक्टूबर तक भेजे जा सकेंगे। सीएसटी रेलवे स्टेशन कि इमारत यूनेस्को की वैश्विक विरासत की सूची में शामिल है, इसलिए इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि विकासकार्य के दौरान मूल इमारत से किसी तरह की छेड़छाड़ न हो। लेकिन साल 1930 के बाद स्टेशन परिसर के आसपास हुए निर्माणों को हटाया जाएगा। आसपास के निर्माण इस तरह के होंगे कि मूल इमारत को हर ओर से उसके भव्य स्वरूप में देखा जा सके। रेलवे स्टेशन और आसपास इलाके के व्यावसायिक विकास के लिए जो नियम तय किए गए हैं, उसके मुताबिक चुनिंदा प्लॉट के व्यावसायिक विकास को 60 साल जबकि रहिवासी विकास के लिए 99 साल की लीज पर दिया जाएगा।

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इसके अलावा संबंधित कंपनी को 60 सालों तक स्टेशन के रखरखाव से जुड़ा खर्च भी उठाना होगा। इसके लिए विकास करने वाली कंपनी सुविधाओं का इस्तेमाल करने वालों से हवाई अड्डे की तर्ज पर यूजर चार्ज वसूल सकेगी। स्टेशन के विकास पर करीब 1642 करोड़ रुपए खर्च होने की संभावना है। इसके तहत करीब 2.54 लाख वर्गमीटर क्षेत्र पर निर्माण होगा। विदेशी निवेशकों को भी बोली लगाने की छूट होगी।  
 

Created On :   24 Aug 2020 8:13 PM IST

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