कान्हा-बांधवगढ़ कॉरिडोर पर मूवमेंट करने वाले वन्य प्राणियों पर अब स्पेशल फोर्स रखेगी निगरानी

Special Force will now keep on wild beings who move on Kanha-Bandhavgarh Corridor
कान्हा-बांधवगढ़ कॉरिडोर पर मूवमेंट करने वाले वन्य प्राणियों पर अब स्पेशल फोर्स रखेगी निगरानी
पिछले वर्ष जंगली हाथी की मौत के बाद वन मंत्रालय ने बनाई रणनीति , जबलपुर वन मंडल में रखी जाएगी अधिक सावधानी  कान्हा-बांधवगढ़ कॉरिडोर पर मूवमेंट करने वाले वन्य प्राणियों पर अब स्पेशल फोर्स रखेगी निगरानी

डिजिटल डेस्क जबलपुर । कान्हा और बांधवगढ़ नेशनल पार्क को जोडऩे वाले जंगल के कॉरिडोर पर लगातार हादसों का शिकार हो रहे वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए स्पेशल फोर्स की तैनाती की जाएगी। पिछले वर्ष इसी कॉरिडोर पर मूवमेंट के दौरान एक जंगली हाथी भटककर जबलपुर वनमंडल पहुंच गया था और उसकी मौत हो गई थी। इस हादसे से सबक लेते हुए वन मंत्रालय ने रणनीति तैयार की है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि सबसे ज्यादा सावधानी जबलपुर से लगे जंगलों में रखी जाएगी। दरअसल, दो नेशनल पार्क को जोडऩे वाले कॉरिडोर का मुख्य क्षेत्र सहोरा, कुंडम, डुमना, बरेला और बरगी में आता है। इतना हीं नहीं इस कॉरिडोर पर चीतल, हिरण, जंगली हाथी और अन्य शाकाहारी जानवरों के अलावा तेंदुओं की संख्या भी ज्यादा है, इसलिए प्राकृतिक गतिविधियों के साथ शिकार की घटनाओं को भी रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। हालाँकि अभी इस संबंध में अधिकृत आदेश जारी नहीं हुआ है। 
पारम्परिक तरीकों से किया जाएगा रेस्क्यू 
सूत्रों के मुताबिक कान्हा-बांधवगढ़ नेशनल पार्क में मौसम और अपनी जीवनचर्या के हिसाब से ठिकाने बदलने के लिए उड़ीसा, छत्तीसगढ़ के साथ महाराष्ट् से लगे जंगलों के वन्य प्राणी भी मूवमेंट करते हैं। लिहाजा ऐसे वन्य प्राणियों को आबादी से दूर रखने के लिए स्पेशल फोर्स पारम्परिक तरीकों से रेस्क्यू करेगी। जिसमें वन्य प्राणियों को जंगल के रास्ते से दूर रखने हकाला जाएगा। उनके दैनिक क्रिया-कलापों पर किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इस योजना का उद्देश्य वन्य प्राणियों की सुरक्षा के साथ जंगलों में होने वाले शिकार की रोकथाम करना है।  
 

Created On :   16 Oct 2021 3:02 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story