स्टार रेटिंग की टीम कभी भी आ सकती है, अब अव्वल नहीं आए तो अधिकारी होंगे जिम्मेदार

Star rating team can come at any time, officers will be responsible if they do not come first
स्टार रेटिंग की टीम कभी भी आ सकती है, अब अव्वल नहीं आए तो अधिकारी होंगे जिम्मेदार
स्टार रेटिंग की टीम कभी भी आ सकती है, अब अव्वल नहीं आए तो अधिकारी होंगे जिम्मेदार

नगरीय प्रशासन विभाग ने जारी किया आदेश, कहा- जिस रेटिंग के लिए आवेदन किया है उसमें जुट जाओ, फेल हुए तो होगी कार्रवाई,  इसी माह होगा मुख्य सर्वेक्षण का सर्वे
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
मार्च माह में ही स्टार रेटिंग और मुख्य स्वच्छ सर्वेक्षण का सर्वे होगा। इसके लिए टीमों का आगमन कभी भी हो सकता है। पहले स्टार रेटिंग की टीम आएगी। इसके लिए प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने ताजा आदेश में कहा है कि नगर निगम ने स्टार रेटिंग के जिस भी ग्रेड के लिए आवेदन किया है, उसकी तैयारी रखी जानी चाहिए और यदि वह ग्रेड नहीं मिला तो अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। भोपाल से आए इस आदेश ने निगम के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है क्योंकि इसमें ऐसे कई बिंदु हैं जिन पर लगातार कार्रवाई की जानी है। स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए ओडीएफ प्लसप्लस, स्टार रेटिंग और फिर मुख्य सर्वेक्षण। ये तीन चरण मुख्य माने गए हैं और इन्हीं के आधार पर रेटिंग तय की जाती है। शहर को ओडीएफ प्लसप्लस का दर्जा तो पहले ही हासिल हो चुका है अब  स्टार रेटिंग की टीम का इंतजार किया जा रहा है।  स्टार रेटिंग के चयन में  हर शहर को अपनी सुविधाओं के अनुसार 7 स्टार तक के लिए आवेदन करना होता है। 2019 में नगर निगम ने 7 स्टार के लिए आवेदन किया था, जिसमें 3 स्टार मिले थे। 2020 के सर्वेक्षण के लिए निगम ने 5 स्टार रेटिंग का आवेदन किया था लेकिन कोई भी स्टार नहीं मिल पाया।  सर्वेक्षण टीम यह देखती है कि शहर की नालियाँ ऊपर से बंद हैं या नहीं, सब्जी मार्केट व्यवस्थित है या नहीं, रात में सफाई होती है या नहीं, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन होता है या नहीं, तालाबों की सफाई होती है या नहीं आदि। 
इन बिंदुओं पर अमल जरूरी
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने सर्वेक्षण की तैयारी के लिए कुछ बिंदुओं की जानकारी शेयर की है और साफ शब्दों में कहा गया है कि इन पर अमल करना बेहद जरूरी है। ऐसा न करने पर जिम्मेदार अधिकारियों का वेतन तक काटा जा सकता है। 
* हर क्षेत्र की सफाई जरूरी, सार्वजनिक क्षेत्र में दो बार और रहवासी में एक बार झाड़ू लगवाई जाए।
*घरों से सूखा और गीला कचरा अलग-अलग एकत्र किया जाए, वह भी 100 फीसदी घरों से।
*दीवारों पर पोस्टर, पम्प्लेट चिपके न हों, पोलों पर आड़े-तिरछे पोस्टर न टँगें हों।
*सार्वजनिक शौचालयों की सफाई हो, हर सुविधा हो और केयर टेकर भी हों।
*निगम के सभी प्लांट्स, कम्पोस्टिंग इकाई संचालित अवस्था में होने चाहिए।
*शहर के सभी प्रवेश मार्गों पर सर्वेक्षण की ब्रांडिंग होनी चाहिए।
*पोर्टल पर अपलोड किए गए दस्तावेजों की नस्ती रखी।
 

Created On :   3 March 2021 2:49 PM IST

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