स्टेशन के प्रीपेड ऑटोचालकों पर भूखे रहने की नौबत, कोई मदद नहीं

Stations prepaid auto operators suffering from lock down, no help
स्टेशन के प्रीपेड ऑटोचालकों पर भूखे रहने की नौबत, कोई मदद नहीं
स्टेशन के प्रीपेड ऑटोचालकों पर भूखे रहने की नौबत, कोई मदद नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  कोरोना के कारण गरीब वर्ग पर भुखमरी की नौबत आई है। जिसके लिए विभिन्न संस्था व सरकार की ओर से मदद का हाथ सामने किया है। लेकिन इस बीच नागपुर रेलवे स्टेशन पर प्रीपेड ऑटो चलानेवालों पर किसी का ध्यान नहीं है। 150 से ज्यादा ऑटो चालकों के परिवार पर भूखे रहने की नौबत आ गई है। ऐसे में लोकसेवा प्रीपेड ऑटो चालक-मालक संगठन की ओर से ऑटो चालकों के लिए मदद की मांग की है।
प्रति दिन रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में यात्री बाहर से आते हैं। जिन्हें शहर के बारे में कोई जानकारी नहीं रहती है।

बाहर के ऑटो चालक उनकी अज्ञानता का फायदा उठाकर ज्यादा किराया लेते हैं। ऐसे में स्टेशन पर एक प्रीपेड ऑटो की व्यवस्था की गई है। जहां 150 ऑटो चलाये जाते हैं। एक सीस्टम के तहत यह ऑटो चालक निर्धारित किराये पर यात्रियों को शहर के विभिन्न दिशा में पहुंचाते हैं। मिलनेवाले किराये के भरोसे ही इनका घर चलता है। लेकिन गत 22 मार्च से शहर में लॉकडाउन की स्थिति है। देशभर में कोरोना का डर इस कदर है, कि पहली बार रेलवे गाड़ियों को भी बंद कर दिया है। नागपुर रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से बंद कर दिये जाने से यहां की ऑटो प्रीपे़ व्यवस्था भी पूरी तरह से ठप हो गई है।

पहले लॉकडाउन के लिए सभी ऑटो चालकों ने कमर कस ली थी। लेकिन फिर से इसकी अवधी बढने से इनका सब्र जवाब देने लगा है। संगठन के अध्यक्ष अल्ताफ अंसारी ने बताया कि, सरकारी की ओर से हर श्रेणी के लोगों को मदद दी जा रही है। रेलवे में कुली से लेकर अन्य स्टाफ को भी मदद दी गई है। लेकिन हमारी ओर किसी का ध्यान नहीं है। अब आलम ऐसा हुआ है, कि कईयों के घर मे भूखे रहने की नौबत आ गई है। राशन खत्म हो रहा है। प्रति दिन कमाई कर जो जून की रोटी कमानेवाले ऑटो चालकों पर यह स्थिति किसी संघर्ष से कम नहीं है। ऐसे में सरकार ने इनकी ओर भी ध्यान देने की मांग उन्होंने की है।

Created On :   17 April 2020 4:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story