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सिर्फ 8 जगह स्टॉक की परमीशन, तो कहाँ से आ रही पानी टपकती गीली रेत
डिजिटल डेस्क जबलपुर। खनिज विभाग कह रहा है कि शर्तों के तहत आराध्य ग्रुप को सिर्फ 8 जगह पर स्टॉक की अनुमति दी गई है, लेकिन शहर में रोज आ रही सैकड़ों हाइवा रेत से टपकता पानी इस बात की गवाही देता नजर आ रहा है कि बारिश में प्रतिबंध के दौरान भी कई जगह रेत के अवैध खनन का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। इसकी बानगी भी अवैध स्टॉक के रूप में सामने आ चुकी है। गत माह पाटन क्षेत्र में दो स्थानों से 850 हाईवा व बरेला क्षेत्र से 350 हाईवा रेत भी जब्त की जा चुकी है। इसमें 850 हाईवा रेत की जब्ती तो अभी तक पहेली बनी हुई है। इसका कोई भी दावेदार अब तक सामने नहीं आया है। इस प्रकरण में खनिज विभाग व क्षेत्रीय अधिकारियों की भूमिका पर सवाल भी खड़े हुए थे। कहा जा रहा है कि अभी भी जिले में कई जगह रेत के पहाड़ लगे हुए हैं, लेकिन मिलीभगत के चलते जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
जानकारों के अनुसार जिले में 43 घाट ऐसे हैं जिनमें रेत निकालने का ठेका होता है। वैध तरीके से 14 घाटों से ही रेत निकाली जा रही थी। बारिश के दौरान वह भी प्रतिबंधित है। खनिज विभाग के अधिकारी तर्क दे रहे हैं कि यह रेत स्टॉक से आ रही है जबकि जानकारों का कहना है कि अभी भी अवैध खनन करके रेत निकली जा रही है। बताया गया है कि जिले में नर्मदा, गौर, परियट और हिरन नदी से रेत निकाली जाती है और आसपास के क्षेत्र में स्टॉक की जाती है।
कई जगह किया गया अवैध स्टॉक-
इन स्टॉक के लिये बकायदा खनिज विभाग से परमीशन लेनी होती है। विभाग से सिर्फ 8 जगह स्टॉक की परमीशन इस बार दी गई है। दूसरी तरफ शहपुरा, बेलखेड़ा, कटंगी, बरेला के आसपास कई जगह रेत का अवैध स्टॉक कर पहाड़ बना दिया गया है। अवैध खनन करके रेत इन क्षेत्रों में स्टॉक की जाती है और फिर उसे बाजार में भेज दिया जाता है। कुछ जगह तो सीधे नदी से खनन करके अभी भी रेत निकाली जा रही है। जिस पर कार्रवाई करने की हिम्मत खनिज विभाग की नहीं हो रही है। कुछ जगह दिखावटी कार्रवाई होती है और प्रकरण भी बना दिया जाता है लेकिन जैसी कार्रवाई होनी चाहिये नहीं हो रही है जिससे यह अवैध धंधा चल रहा है।लगभग आधा सैकड़ा से ज्यादा जगह ऐसी हैं जहाँ रेत का अवैध भंडारण बड़ी मात्रा में किया गया है।
फिर से जाँच कराई जाएगी-
जिले में कुछ जगह रेत स्टॉक करने की बकायदा विभाग से परमीशन ली गई है। टीम को भेजकर भंडारण करने वालों की जाँच भी कराई गई थी। अगर कहीं से शिकायतें मिल रही हैं तो एक बार फिर से टीम को भेजकर जाँच कराई जायेगी।
प्रदीप तिवारी, जिला खनिज अधिकारी
Created On :   21 Aug 2021 10:44 PM IST