- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- विद्यार्थियों ने रोका पानी ताकि...
विद्यार्थियों ने रोका पानी ताकि वन्यजीव बुझा सकें प्यास
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गोरेवाड़ा क्षेत्र के वन्यजीवों को पीने का पानी ग्रीष्म में आसानी से उपलब्ध होगा। साइंस के कुछ छात्रों ने मिलकर यहां बहने वाले पानी को रोककर एक छोटा-सा बांध बनाया है, जिससे ग्रीष्म में यहां पानी जमा हो जाएगा। इसके अलावा उन्होंने यहां की सफाई भी की, जिससे वन्यजीवों को साफ-सुथरा पानी उपलब्ध हो सकेगा।
होती है परेशानी
नागपुर शहर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर गोरेवाड़ा वन विभाग है। जहां तेंदुए के साथ-साथ कई शाकाहारी जीव, पक्षी हैं। यहां तालाब तो है ही साथ ही नाला भी बहता है। जिस कारण वन्यजीवों को पानी की कमी नहीं होती है। लेकिन ग्रीष्म में हालात भिन्न हो जाते हैं, यहां बहने वाला नाला सूख जाता है। जिससे पक्षियों से लेकर वन्यजीवों को पानी के लिए तरसना पड़ता है।
मिट्टी से भरी बोरियां रखीं : इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एनएसएस यूनिट के छात्रों ने डब्ल्यूडब्ल्यू-इंडिया व गोरेवाड़ा प्रकल्प के साथ मिलकर यहां बहने वाले नाले पर दो छोटे बांध का निर्माण किया है। राष्ट्रीय स्वयं सेवा गट के 80 विद्यार्थियों ने श्रमदान कर नैसर्गिक पानी स्त्रोत पर रेत व मिट्टी से भरी बोरियों को बांध के रूप में रखा है। जिससे ग्रीष्म में पानी स्थिर होकर यहां जमा हो जाएगा। इस तरह के बांध को बनाने से एक तरफ "पानी अडवा पानी जीरवा" को बढ़ावा मिलेगा, वहीं दूसरी ओर वन्यजीवों को इसका फायदा मिल सकेगा।
किया मार्गदर्शन : वरिष्ठ प्रकल्प अधिकारी अजिंक्य भटकर ने छात्रों को उपयोग में लाए जाने वाले नए संसाधन जैसे कैमरा ट्रैप, रूड फाइंडर, जीपीएफ, कंपास आदि के बारे में जानकारी देकर मार्गदर्शन भी किया। इसके अलावा वन्यजीव संवर्धन के लिए उत्साहित भी किया। वनपरिक्षेत्र अधिकारी पांडुरंग पाखले ने गोरेवाड़ा के बारे में छात्रों को जानकारी दी। इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी श्रीकांत बोरकर व विद्यार्थी प्रतिनिधि रोहित गजभिये शारीरिक शिक्षण विभागा के विभाग प्रमुख डॉ. माधवी मार्डीकर उपस्थित थे। वनक्षेत्रपाल सुखदेव राऊत, वनरक्षक अरविंद मसराम, वाय.एस. राठोड, देविदास एन. रेवतकर आदि उपस्थित थे।
Created On :   19 Feb 2020 4:17 PM IST