2 साल तक सड़कों पर झाडू लगाया, शादी के बाद पति ने छोड़ा, 2 बच्चों की जिम्मेदारी उठाई, कुछ ऐसे एक सफाईकर्मी बनी डिप्टी कलेक्टर

Success Story: Sweeper Asha Kendra become a RAS officer in Jodhpur
2 साल तक सड़कों पर झाडू लगाया, शादी के बाद पति ने छोड़ा, 2 बच्चों की जिम्मेदारी उठाई, कुछ ऐसे एक सफाईकर्मी बनी डिप्टी कलेक्टर
2 साल तक सड़कों पर झाडू लगाया, शादी के बाद पति ने छोड़ा, 2 बच्चों की जिम्मेदारी उठाई, कुछ ऐसे एक सफाईकर्मी बनी डिप्टी कलेक्टर

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान के जोधपुर शहर में नगर निगम में झाड़ू लगाने वाली एक महिला कर्मचारी आशा कंडारा ने एक ऐसी मिसाल कायम की है। जिस पर आज हर भारतीय गर्व कर रहा है। आशा की कहानी हर उस भारतीय को प्रेरणा देने वाली जो खुद को कमजोर और जिंदगी से हारा हुआ समझता है। शादी के 5 साल बाद पति ने झगड़ाकर आशा को छोड़ दिया। अपने दो बच्चों की जिम्मेदारी उठाते हुए आशा ने RAS की परीक्षा क्लियर की और आज वो राजस्थान में डिप्टी कलेक्टर के पद पर काम कर रही है। 

जब पति ने आशा का साथ छोड़ा तो उसके इस संघर्ष में साथ चलने वाला कोई नहीं थी। अपने बच्चों की जिम्मेदारी उठाते हुए आशा ने पहले ग्रेजुएशन किया। उसके बाद RAS की तैयारी शुरू कर दी। परीक्षा देने के 12 दिन बाद ही उसकी नियुक्ति सफाई कर्मचारी के पद हुई थी, हालांकि नतीजों के लिए दो साल इंतजार करना पड़ा। इस दौरान सड़कों पर झाड़ू लगाई, पर हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने ठान लिया था कि अफसर ही बनना है। भले ही इसके लिए कितना भी परिश्रम करना पड़े। बकौल आशा, परीक्षा देने के बाद उन्हें भरोसा था कि उनका चयन जरूर होगा।

विपरीत परिस्थितियों के बावजूद  जब उसका RAS में चयन हुआ, तो उसके खुशी का ठिकाना नही रहा। आशा कंडारा ने RAS परीक्षा-2018 में अपनी कड़ी मेहनत के बूते 728वीं रैंक प्राप्त की। आशा कंडारा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार जनों को दिया। वहीं, महापौर उत्तर कुंजी देवड़ा परिवार ने कहा कि आशा कंडारा का चयन नगर निगम के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि और प्रेरणादायक है। 

Created On :   15 July 2021 11:28 AM GMT

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